मुरादनगर हादसा: गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में श्मशान घाट में छत गिरने से 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 लोग घायल हो गए कुछ को हल्की चोटें आई रविवार सुबह फल विक्रेता के अंतिम संस्कार के दौरान यह हादसा हुआ अंतिम संस्कार में आए लोगों ने बारिश के से बचने के लिए गलियारे में शरण ली थी. अचानक छत उनके ऊपर गिर गई और करीब 40 लोग मलबे में दब गए करीब 5 घंटे के बचाओ अभियान के बाद मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला गया घायलों को नजदीक के अस्पताल अस्पतालों में इलाज चल रहा है. अधिकारियों के मुताबिक मुरादनगर के बंबा रोड संगम विहार निवासी जयराम उम्र 70 वर्ष का निधन रविवार को हो गया था. उनकी अंतिम यात्रा करीबी 11:00 बजे मुरादनगर के श्मशान घाट पहुंची अंतिम संस्कार में करीब 50 लोग शामिल थे बारिश होने के कारण अधिकतर लोग श्मशान घाट के प्रवेश द्वार पर बने 70 फुट लंबे गलियारे में खड़े थे अंतिम संस्कार पूरा होने के बाद करीब 11:30 बजे यहीं पर 2 मिनट का मौन रखा गया इस दौरान गलियारे के छत भरभरा कर गिर गई मौके पर पहुंची पुलिस पीएसी ने स्थानीय लोगों के साथ बचाव एवं राहत कार्य शुरू किया इस दौरान एनडीआरएफ की टीम डॉग स्क्वायड के साथ मौके पर पहुंची और मलबे को हटाया। घायलों को अस्पताल में भेजा गया मामले में मृतक जय राम के पुत्र दीपक की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर में मिलीभगत कर निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है.
15 दिन बैठा है 55 लाख का निर्माण 2 महीने पहले ही ₹5500000 की लागत से गलियारे का निर्माण हुआ था 15 दिन पहले लोगों के लिए खोला गया था लोकार्पण भी नहीं हुआ है.
गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज मुरादनगर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान ठेकेदार अजय त्यागी जी सीपी सिंह सुपरवाइजर आशीष समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज हुआ है मंडला आयुक्त अनीता सी मेश्राम के निर्देश पर गैर इरादतन भ्रष्टाचार लापरवाही सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ.
हादसे के सवा घंटे बाद एनडीआरएफ को सूचना
मुरादनगर हादसा: हादसे के बाद पुलिस प्रशासन ने पहले अपने स्तर पर राहत बचाव अभियान शुरू किया हादसा बड़ा होने के बावजूद प्रशासन ने एनडीआरएफ को बुलाने में देरी की शमशान घाट में हादसा करीब 11:30 बजे हुआ लेकिन पुलिस प्रशासन ने 12:40 पर एनडीआरएफ को हादसे की सूचना दी ऐसे में एनडीआरएफ की दो टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने में करीब दोपहर 1:00 बजे का समय लग गया और हादसे में कुछ देर बाद ही एनडीआरएस को सूचना मिल जाती है तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी मुरादनगर में बंबा रोड इंसान घाट में शाम 5:00 बजे तक मृतकों की संख्या कुल 18 थी मलबे में दबे कई घायलों को संयुक्त जिला अस्पताल के साथ अन्य निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था जहां देर शाम घायल छह और लोगों ने दम तोड़ दिया एनडीआरएफ की टीम ने दोपहर 1:00 बजे ऑपरेशन शुरू कर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला और उससे पहले पुलिस प्रशासन नगरपालिका की टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से अधिकांश लोगों को बाहर निकाल लिया था एनडीआरएस का राहत बचाव अभियान शाम करीब 5:30 बजे तक चला.
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान में हुए हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए तत्काल राहत पहुंचाने और कार्रवाई के निर्देश दिए. ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. इस मामले में ईओ, इंजीनियर और सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि ठेकेदार फरार है.