बदायूं कांड: बदायूं में सामूहिक दुष्कर्म व हत्या के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए साथी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए यूपी एसटीएफ को लगाने का निर्देश दिया है. सीएम ने बरेली जोन के एडीजी अविनाश चंद्र से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी है.
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले में संबंधित थाने का प्रभारी प्रारंभिक जांच में दोषी पाया गया है. उसे निलंबित कर दिया गया है जिन तीन अभियुक्तों को नामजद किया गया है. उनमें से दो की गिरफ्तारी हो चुकी है, मुख्य आरोपी मंदिर के पुजारी की तलाशी की जा रही है. स्थानीय स्तर पर उसके ऊपर इनाम भी घोषित कर दिया गया है एडीजी की रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी 3 जनवरी की रात इलाके में एक धर्मस्थल में 45 वर्षीय महिला के सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी.
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एडीजी अविनाश चंद्र ने डीएम एसएसपी के साथ गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और आरोपियों पर कार्रवाई के साथ रासुका लगाने का आश्वासन दिया है.
बदायूं मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने यूपी पुलिस से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है आयोग ने यूपी पुलिस से इस मामले में अब तक की की गई कार्रवाई के विस्तृत रिपोर्ट मांगी है महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने यूपी के डीजीपी को एक पत्र लिखा है. आयोग का कहना है कि दुष्कर्म और हत्या की घटना की जांच के लिए कोई अपने कुछ सदस्यों को बदायूं भेजेगा.
बदायूं कांड: प्रकरण में पुलिस इतनी लापरवाह बनी रही कि महिला की लाश 18 घंटे घर में पड़ी रही और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि आरोपियों के ही सुर में सुर मिलाती रही. घटना को हादसा बताते हुए पूरे मामले पर पर्दा डालने की कोशिश में जुटी रही वहीं परिजन चीख चीख कर दुष्कर्म के बाद हत्या की बात कहते रहे मंगलवार को जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई तब तक अधिकारी भी घटना को हादसा ही बताते रहे.