3 अप्रैल को PM मोदी ने देश को संबोधित किया कि कोई भी कोरोना युद्ध में अकेले नहीं हैं सब साथ में है इसलिए अपनी एकता और शक्ति दिखाने के लिए 5 अप्रैल 2020 रविवार को 9 बजे 9 मिनट के लिए 9 दीया या मोमबत्ती प्रज्जवलित करना है पर इसके लिए आपको घर से निकलना नहीं है, घर की बॉलकनी या विंडो से ही जलाना है| प्रधानमंत्री के इस कथन के बाद वाद-विवाद शुरू हो गए, सियासी मैदान कोरोना राजनीति|
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पक्ष विपक्ष के घेरे में कोरोना राजनीति
बाज़ार गरम हो गया पक्ष विपक्ष का| मनोबल बढ़ाने के तरीके को कांग्रेस ने कहा कि ये बी.जे.पी. का इवेंट मैनेजमेंट है और कहा कि आप (प्रधानमंत्री) पहले मुझे ये बताये कि कोरोना राजनीति से लड़ने के लिए आप क्या-क्या कर रहे हैं ? कैसे रोकेंगें? श्री अधिरंजन चौधरी ने कहा कि मैं नहीं जलाऊँगा, अगर आपको मुझे देशद्रोही बोलना है तो बोल लीजिए|
इसके बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता ट्वीटर पर उतरे जैसे कि पी. चिदंबरम ने ट्वीट किया कि मोदी जी हम दीया जलाएँगे पर उससे पहले आप अर्थशास्त्रियो और महामारी के जानकारों की बात सुने| श्री शशि थरूर ने ट्वीट किया कि मैंने प्रधानमंत्री शोमैन को सुना | उसमें लोगों के दुःख, तकलीफ और पैसे की तंगी को कैसे कम करेंगें उसका ज़िक्र नहीं था | लॉकडाउन से लड़ने की रणनीति के बारे में उल्लेख नहीं था | बस कुछ अच्छा महसूस कराने के लिए कुछ बोलना था तो दीए जलाने का टास्क दे दिए |
बी.जे.पी के नेता समर्थन
राजनीति के मैदान में सियासत शुरू हो गई|इसके बाद बी.जे.पी के नेता समर्थन में सामने आए | बी.जे.पी सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोगों को नकारात्मकता से निकालने के लिए प्रेरणा दे रहे हैं इसलिए हमें उनकी बात माननी चाहिए, अगर सब एक-जुट होकर चलेंगे तो पक्का विजयी होंगे|डॉक्टर्स और विशेषज्ञों का कहना है कि इससे मानसिक सेहत अच्छी रहेगी और मनोबल मिलेगा|मोदी जी की अपील को कुछ विरोधियों से भी समर्थन मिला|कोरोना राजनीति पिछली बार जिन पार्टियों ने समर्थन किया था और थाली बजाकर कोरोना सेनानियों का मनोबल बढ़ाया था, वह इस बार पूछ रहे हैं कि सरकार हालत को सुधारने के लिए क्या कर रही हैं ?क्या दीया मोमबत्ती जलाने से वेंटीलेटर, मास्क, सेनेटाइजर आदि तैयार हो जाएँगे ?
देश में चल रही कोरोना राजनीति
इससे कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा जब पार्टी को सम्बोधित किया तो कहा कि लॉकडाउन ज़रूरी हो सकता है पर जिस तरीके से कोरोना राजनीति लागू किया गया उससे आम जनता को भारी दिक्क़तें पैदा कर दी|बिना रोज़मर्रा की ज़रूरतों के मज़दूर सैकड़ो किलोमीटर गाँव की ओर जाने के लिए मज़बूर हो गए|
इसपर श्री जे.पी नड्डा ने पलटवार करते हुए कहा कि PM मोदी के नेतृत्व में 130 करोड़ की आबादी वाला देश कोरोनावायरस से लड़ रहा है, ऐसे समय पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया जी का बयान तुच्छ राजनीति दर्शाता है यह बयान गैरज़िम्मेदारना है तथा असंवेदनशील है|मैं इसकी निंदा करती हूँ|हमें छोटी राजनीति छोड़कर देश के हित में काम करना चाहिए| जब कुछ राज्यों ने लॉकडाउन कर दिया था तथा 70 प्रतिशत देश लॉकडाउन हो चुका था तब प्रधानमंत्री जी ने पूरा देश बंद करने का फैसला लिया| देशवासी बखूबी इसका पालन कर रही है|
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