PM मोदी: इंसानियत हमले

एक तरफ PM मोदी कोरोनावायरस के संकट की घड़ी में लोगों से अपील कर रहे थे कि डॉक्टर्स, नर्सेज और पुलिस वालों के लिए थाली एवं चम्मच से शोर मचाकर धन्यवाद करें, वही दूसरी तरफ़ इनपर हो रहे पत्थरबाज़ी के मामले दर्ज किये जा रहे हैं| नर्सेज और के साथ पुलिस इंसानियत हमले हुआ|

देश भर से आ रहे पत्थराव के मामले

मध्य प्रदेश के इंदौर में डीन पर हुए इंसानियत हमले के बाद पूरा देश स्तब्ध है|इंदौर के मुस्लिम इलाके में संक्रमण की जाँच करने गई टीम पर कुछ लोगों ने स्वास्थ्य विभाग पर हमला कर दिया|यहाँ के लोगों का कहना है कि यहाँ कोई जाँच नहीं होगी और अगर कोई आया तो मार-काट दिया जाएगा| इस रवैये ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है|डॉक्टर्स और नर्सेज का कहना है कि  पुलिस थी इसलिए हम बचकर आ गए| हम इसलिए गए थे क्योंकि एक कोरोनावायरस व्यक्ति की संक्रमित होने की सूचना मिली थी|शिवराज चौहान, मध्य प्रदेश के चीफ मिनिस्टर का कहना है कि असामाजिक तत्व को कोई भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा|वही कलेक्टर का कहना है कि सख्त करवाई की जाएगी|पुलिस वीडियो देखकर उग्रवादियों को पहचान रही है तथा कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है|

जगह को सील किया गया

देश के एक कोने से नहीं बल्कि हर राज्य में ऐसी घटनाएँ हो रही हैं|मुंबई के धारावी 613 एकड़, जो एशिया का सबसे बड़ा झोपड़ पट्टी का इलाका है, इंसानियत हमले  से बचने के लिए कुछ जगह को सील किया गया है क्योंकि वहाँ हज़ारों गलियाँ हैं और बाहर निकलने के अनेक रास्ते हैं  तो पूरी धारावी को बंद करना मुमकिन नहीं है|कोरोना से 1 की मृत्यु के बाद जब पुलिस बात करने पहुँची तो लोगों ने पत्थराव शुरू कर दिए| एम.सी.डी. ने बाहर और अंदर जाने से मना किया है ताकि कोरोना अपने तीसरे चरण में न पहुँच पाए यानि कम्युनिटी स्प्रेड|

इंसानियत हमले पुलिस के साथ

जयपुर के रामगंज से भी शिकायतें आ रही है कि लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं|जैसे ही मेडिकल स्टॉफ पहुँच रहे है लोग दरवाज़े बंद कर दे रहे हैं|जनता, सरकार से ज़्यादा अफवाहों पर विश्वास कर रही हैं, लोगों को लग रहा है कि ये सब नसबंदी या सी.ए.ए. से लेना देना है|बिहार के मुंगेर का हमला हो या बंगलोर में हुई हाथापाई देश के हर हिस्से से ऐसी वारदातें सामने आ रही हैं|

क्यों हो रहे हैं जान बचाने वालों पर हमले ?

यह सारे हमले वहाँ हो रहे हैं जहाँ लोग कम पढ़े-लिखे हैं या कुछ समुदाय के लोग जो पुलिस और डॉक्टर्स से ज़्यादा धार्मिक गुरु की सुनते हैं|सब लोग अपनों के लिए फिक्रमंद है, किसी की भी गैरज़िम्मेदारी हरकत देश पर भारी पड़ सकती हैं| अफवाहों पर यकीन करके लोगों ने हिंसक रूप ले लिया हैं| देश भर में हो रही घटनाओं ने इंसानियत हमले पर सवाल उठा दिए है कि कॉम और भगवान् के नाम पर ऐसी हैवानियत क्यों? पत्थरबाज़ी किसी पर भी हो रहा हो पर घायल इंसानियत हमले हो रही है|
Image Source :- www.ndtv.com
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