क्या मध्य प्रदेश HUT यानी हिज्ब-उत-तहरीर का गढ़ बनता जा रहा है? ये सवाल इसलिए है क्योंकि बीते दो-तीन सालों में मध्य प्रदेश में ATS और NIA ने कई आतंकी गिरफ्तार किए हैं जो HUT से जुड़े हुए थे. भोपाल में एक बार फिर NIA और मध्य प्रदेश ATS ने दो संदिग्ध आतंकियों को हिरासत में लिया है. इसमें से एक (stronghold of hizb ut tahrir) मोहसिन आतंकियों के लिए फंड जुटाने का काम करता था.

मोहसिन की गिरफ्तारी के बाद भोपाल और राजस्थान में छापेमार कार्रवाई हुई. कार्रवाई के दौरान डिजिटल डिवाइस, संदिग्ध दस्तावेज और धार्मिक साहित्य जब्त किए गए. मोहसिन को NIA ने 16 जून तक रिमांड पर लिया है. मोहसिन भोपाल के अशोका गार्डन इलाके में रहकर HUT से जुड़े लोगों से संपर्क में था. HUT संगठन के लिए फंडिंग व्यवस्था भी वो ही करता था. साथ ही भोपाल जेल में बंद HUT के आरोपियों में से कुछ के परिजनों से संपर्क में भी था.
इसके साथ ही भोपाल के ऐशबाग का अकरम भी NIA की रडार पर है. NIA ने मोहसिन के बैंक खातों की जांच की. इस दौरान कई संदिग्ध ट्रांजैक्शन भी पकड़े गए. बीते शुक्रवार NIA और ATS ने भोपाल की तीन जगहों पर संयुक्त कार्रवाई की थी. जांच एजेंसी मोहसिन को थाईलैंड से डिपोट करके भारत लाई थी. फिलहाल NIA की जांच जारी है. 

stronghold of hizb ut tahrir – ताज्जुब की बात है कि भोपाल का ऐशबाग इलाका आतंकियों का गढ़ बन चुका है. यहां बांग्लादेश से लेकर HUT तक के आतंकी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. 2023 से लेकर 2025 तक समय-समय पर आतंकी ऐशबाग से गिरफ्तार होते रहे हैं. यहां के लोगों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों के कारण हमारा मोहल्ला और समाज दोनों का ही नाम खराब हुआ है.

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