West Bengal Election: बंगाल विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, शांतिपूर्ण, सुरक्षित तथा निष्पक्ष कराने के लिए केंद्र सरकार, बंगाल की राज्य सरकार तथा चुनाव आयोग को दिशानिर्देश देने के लिए शीर्ष कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई, जिसे सुनने से कोर्ट ने इन्कार कर दिया। याचिका में शीर्ष कोर्ट की निगरानी में चुनाव कराने की भी अपील की गई थी। सोमवार को न्यायमूर्ति अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने पुनीत कौर ढांडा की याचिका पर विचार करने से इन्कार करते हुए कहा कि वह कानून सम्मत अन्य उपाय अपना सकती हैं। पीठ में न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी भी शामिल थे। कौर की ओर से पेश वकील विनीत ढांडा ने शीर्ष कोर्ट से राज्य में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के विरोधियों तथा अन्य राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या की सीबीआइ जांच का निर्देश देने का अनुरोध किया। कहा गया कि बंगाल में सत्तारूढ़ दल ने भाजपा समेत अन्य दलों के नेताओं की हत्याओं को रोकने के लिए कुछ नहीं किया।
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जहां मुस्लिम बहुतायत में हैं, वहां हिंदू वोटरों को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है। इतना ही नहीं, तेलंगाना के रोहिंग्या वोटरों ने बंगाल वोटरलिस्ट में अपने नाम तक जुड़वा लिए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत भाजपा नेताओं पर बंगाल में हुए हमले की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा गया कि ऐसे हालात में राज्य में निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव संभव नहीं हैं तथा यह केवल शीर्ष अदालत की निगरानी में ही संभव हो सकता है। कोर्ट से राज्य में निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराने को अर्धसैनिक बलों की तैनाती का निर्देश देने की बात कही गई। याचिका में केंद्रीय गृह मंत्रालय, बंगाल सरकार, चुनाव आयोग, राज्य निर्वाचन, पुलिस महानिदेशक और सीबीआइ को पक्षकार बनाया गया था।
Tmc विधायक प्रबीर घोषाल का इस्तीफा
West Bengal Election: कुछ माह से अपनी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मुखर हुगली जिले के उत्तरपाड़ा से तृणमूल कांग्रेस विधायक प्रबीर घोषाल ने आखिरकार मंगलवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के इस बागी नेता ने अभी विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है। गौरतलब है कि कई विधायक व सांसद के साथ ही अन्य नेता पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके हैं। इसमें सबसे बड़ा नाम कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी का है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर मंगलवार को हुगली जिले के कोन्नगर स्थित अपने निवास पर संवाददाता सम्मेलन में प्रबीर घोषाल ने पार्टी के नेताओं द्वारा उनके साथ किए जा रहे व्यवहार पर चिंता जताते हुए जिला कोर कमेटी के सदस्य एवं जिला तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। विधायक घोषाल ने कहा कि मैं सोमवार को ही एलान करने वाला था, लेकिन सोमवार को पुरसुरा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सभा थी। सभा के दौरान कोई और बात ना हो जाए, इसलिए मैंने अब अपनी बात रखी है। घोषाल पार्टी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जब से प्रशांत किशोर ने पार्टी में दखल दिया है तब से हुगली जिले में अंदरूनी कलह और बढ़ गई है।
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