दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती की शोभा यात्रा को हुई हिंसा मामले के आरोपी (Violence Accused) विदेश भागने की फिराक में जुटे थे। हालांकि, इसके पहले ही दिल्ली पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। और कुछ अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, जिन आरोपियों (Violence Accused) के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करवाया गया है, उन्हें लेकर देशभर के एयरपोर्ट पर अलर्ट भी जारी कर दिया गया गया है। माना जा रहा है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी और आरोपियों की पहचान सुनिश्चित होती जाएगी, वैसे-वैसे पुलिस इनके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी करने की प्रक्रिया अपनाएगी। इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है, ताकि फरार आरोपी जांच एजेंसियों के चंगुल से भाग न सकें।
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पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कराया है, उनमें सनबर कालिया, सद्दाम खान, अनवर, चांद व सलमान शामिल हैं। दरअसल, इन आरोपियों की जांच टीम ने पहचान कर ली है, लेकिन इनका कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस की कई टीमें इनके घर, जानकारों और रिश्तेदारों के यहां छापेमारी कर चुकी हैं, लेकिन इनका कुछ पता नहीं चल सका है। वहीं इन आरोपियों ने अपने-अपने फोन भी बंद कर रखे हैं। ऐसे में इनके सुराग की तलाश में जुटी पुलिस ने इनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कराने के साथ ही एयरपोर्ट पर भी इन्हें लेकर अलर्ट कर दिया है।
पुलिस को अब तक की तफ्तीश में पता चला है कि इन फरार आरोपियों (Violence Accused) के संबंध हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार और गोली चलाने वाले आरोपी सोनू शेख उर्फ यूनुस से रहे हैं। मुख्य आरोपियों अंसार और सोनू को दबोचने के बाद पुलिस इनसे पूछताछ कर कई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल कर चुकी है। इस पूछताछ के दौरान ही सोनू ने यह खुलासा किया था कि जब हिंसा मामले में उसका और उसके कुछ साथियों के नाम का खुलासा मीडिया में हुआ तभी सभी ने फरार होने की योजना बनाई। हालांकि, उसके फरार होने से पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसके कुछ साथी फरार चल रहे हैं। इन फरार साथियों की ही पुलिस तलाश कर रही है।
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पुलिस आरोपियों की घटना वाले दिन की लोकेशन से लेकर इनके फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) को खंगालने में जुटी है। इस दौरान पुलिस को 30 संदिग्ध नंबरों का पता चला, जिसकी जांच आरंभ कर दी गई। पुलिस सूत्रों की मानें तो अंसार, सोनू व नाबालिग के कनेक्शन से जुड़े ये 30 नंबर जांच के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं।
सूत्रों के मुताबिक जहांगीरपुरी हिंसा से जुड़े वीडियो, फोटो, सीसीटीवी फुटेज और लोकल इनपुट और संदिग्धों से पूछताछ के आधार पर क्राइम ब्रांच अबतक दिल्ली-एनसीआर, यूपी और पश्चिम बंगाल में करीब 35 स्थानों पर छापेमारी कर चुकी है। पुलिस फरार संदिग्धों की तलाश और उनके करीबी नेटवर्क के लोगों से पूछताछ करने में जुटी है।
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अंसार : जहांगीरपुरी हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता अंसार को माना जा रहा है। उसने ही शोभा यात्रा के दौरान यात्रा निकालने वालों से बहस की थी। इसके बाद पथराव शुरू हो गया था। अंसार के खिलाफ सात आपराधिक मामले दर्ज हैं।
सलीम चिकना : सलीम चिकना पर शोभा यात्रा के दौरान दंगा करने का आरोप है। इसी के भाई सोनू चिकना ने फायरिंग की थी। सलीम उर्फ चिकना पेशे से कबाड़ी है । सलीम चिकना पर सबसे पहला मुकदमा साल 2010 में लूटपाट करने के मामले में दर्ज हुआ था। इसके ऊपर लूटपाट और आर्म्स एक्ट के मुकदमे दर्ज हैं।
गुलाम रसूल उर्फ गुल्ली : आरोपी गुलाम रसूल उ़र्फ गुल्ली पहले मजदूर के तौर पर काम करता था। गलत संगत में आने के बाद दिनदहाड़े सेंधमारी व चोरी शुरू कर दी। इसके ऊपर 2017 और 2020 में घरों के ताले तोड़कर सेंधमारी करने के आरोप हैं। इस हिंसा में एक्टिव रहने और हथियार सप्लाई करने के आरोप में दबोचा गया है।
आहीर उर्फ आहिद : जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक का रहने वाला आहीर उर्फ आहिद मजदूरी करता है। आपराधिक रिकॉर्ड के मुताबिक साल 2016 में अवैध शराब का काम करने लगा, जिसमें उस पर 2016 में जहांगीरपुरी थाने में ही मुकदाम दर्ज हुआ। इसमें वह जेल गया था। जहांगीरपुरी इलाके में हुए पथराव में इसकी अहम भूमिका बताई जा रही है।
नाबालिग आरोपी : नाबालिग आरोपी के बारे में पुलिस अधिकारियों ने फिलहाल सिर्फ इतना ही बताया है कि वह हिंसा की साजिश में मुख्य आरोपी अंसार के साथ था। उसने हिंसा के दौरान गोली चलाई थी। उसके पास से पिस्टल भी बरामद हुई थी। उसपर वर्ष 2020 में भी केस दर्ज हुआ था। 2020 में सीएए के विरोध में हुई हिंसा में उसपर केस दर्ज हुआ था।