सीएम योगी आदित्यनाथ के शासन में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है. जिसे लेकर पिछले लंबे समय से उत्तर प्रदेश पुलिस ठोस कदम भी उठा रही है. वहीं, इसी कड़ी में गैंगस्टर विनोद उपाध्याय(Vinod Upadhyay) आज सुबह एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया. एसटीएफ पिछले कई महीनों से विनोद की तलाश में जुटी थी. गोरखपुर पुलिस ने तो विनोद उपाध्याय पर एक लाख का ईनाम भी रख रखा था.
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दोनों तरफ से हुई फायरिंग में हुआ ढेर
एसटीएफ द्वारा दी गई जानकारी के अनुकार आज यानी शुक्रवार सुबह तड़के सुल्तानपुर जिले में विनोद उपाध्याय(Vinod Upadhyay) को घेर लिया गया था. वहीं, इस बीच दोनों तरफ़ से हुई फायरिंग भी हुई और एसटीएफ की फायरिंग में विनोद उपाध्याय घायल हो गया. वहीं, इसके बाद एसटीएफ की टीम उसे अस्पताल लेकर पहुंची, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
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बसपा से लड़ हुआ था चुनाव
बता दें कि विनोद उपध्याय राजनीति में भी सक्रिय रहा था. वह 2007 में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुका था. 2007 में ही उसे बसपा की तरफ से गोरखपुर जिले का प्रभारी बनाया गया और विधानसभा चुनाव के दौरान विनोद गोरखपुर की सदर सीट से प्रत्याशी बना.