Vikas Dubey Case: बिकरू कांड में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) की जांच में सात पुलिस कर्मियों पर वृहद दंड की संस्तुति के बाद अब पांच लोगों के खिलाफ चार्जशीट (आरोपपत्र) दी गई है। जांच कर रहे पीठासीन अधिकारी एसपी साउथ दीपक भूकर के समक्ष इनमें से चार ने अपना पक्ष रखा। इस दौरान आरोपितों का मवाहों से आमना सामना भी कराया गया। वरिष्ठ आइएएस अधिकारी संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में बिकरू कांड की जांच के लिए एसआइटी गठित हुई थी। एसआइटी ने अपनी रिपोर्ट में 37 पुलिस कर्मियों को दोषी ठहराया था। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही है ।
Vikas Dubey Case: सात वृहद दंड वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ एसपी साउथ दीपक भूकर जांच कर रहे हैं। इनमें चौबेपुर के निलंबित थाना प्रभारी विनय तिवारी, दारोगा कृष्ण कुमार शर्मा, दारोगा अजहर इशरत, कुंवर पाल सिंह, विश्वनाथ मिश्र, सिपाही अभिषेक कुमार, राजीव कुमार हैं। अब तक की जांच में निलंबित थाना प्रभारी और दारोगा कृष्ण कुमार को छोड़कर अन्य सभी को आरोपपत्र दिए जा चुके हैं। तीन दारोगा और एक सिपाही पक्ष रखने के लिए उपस्थित भी हुए।पूछताछ के साथ उनके बयान दर्ज किए गए। सिपाही को भेजा गया रिमाइंडर आरोपपत्र भेजने के बाद भी सिपाही राजीव कुमार बयान देने के लिए उपस्थित नहीं हुए। उन्हें रिमाइंडर भेजा गया है।
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सात दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए जांच चल रही है। पांच दोघी पुलिसकर्मियों को आरोपपत्र दिए गए हैं । एक सिपाही अब तक उपस्थित नहीं हुआ है। उसे रिमाइंडर भेजा गया है । जेल गए निलंबित थाना प्रभारी और अन्य दारोगा को आरोपपत्र देने को न्यायालय से अनुमति मांगी गई है।
-दीपक भूकर, एसपी साउथ
न्यायालय से अनुमति का इंतजार मामले में जेल गए निलंबित थाना प्रभारी विनय तिवारी और दरोगा कृष्ण कुमार पर कार्रवाई के लिए आरोपपत्र दिए जाने हैं। दोनों जेल में है। इसलिए आरोपपत्र देने से पूर्व न्यायालय से अनुमति ली जाएगी। इसके लिए न्यायालय में आवेदन किया गया है। अनुमति मिलने पर दोनों को आरोपपत्र दिए जाएंगे। दोनों के जेल में ही बयान दर्ज होंगे। कम नहीं होगी सजा: जेल में बंद आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ जो विभागीय कार्रवाई चल रही है उसका न्यायालय से मिले दंड से कोई लेनादेना नहीं है। इसलिए आरोपितों को सजा में कोई राहत नहीं मिलेगी। न ही दोनों न्यायालय से मिली सजा के आधार पर विभागीय कार्रवाई में कम दंड का दावा कर सकेंगे।
Vikas Dubey Case: बिकरू कांड में एक और आइपीएस का नाम जांच के दायरे में आ गया है। एसआइटी जांच में आरोपित किए गए बिल्हौर के तत्कालीन सीओ सुभाषचंद्र शाक्य को अब आइपीएस कैडर मिल चुका है। इससे पहले तक बिकरू कांड में तत्कालीन डीआइजी अनंत देव ही आइपीएस अधिकारी हैं, जिनके खिलाफ जांच चल रही है।
बिकरू कांड को लेकर गठित एसआइटी की जांच में 11 सीओ को के खिलाफ जांच की संस्तुति की गई थी। इनमें नौ के नाम थे, जबकि दो सीओ के नाम के स्थान पर उनकी तैनाती अवधि का जिक्र था। बाद में पता चला दोनों ही स्थानों पर इस समयावधि में बृज सिंह के नाम से सीओ कार्यरत थे। इसके साथ ही तत्कालीन सीओ नंदलाल, करुणाकर राय, सुंदर लाल, प्रेमप्रकाश, राम प्रकाश अरुण, सुभाष चंद्र शाक्य, लक्ष्मी निवास, अमित कुमार, हरेंद्र कुमार यादव के खिलाफ जांच एसपी पश्चिम डॉ अनिल कुमार को दी गई थी।
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