उत्तराखंड के उत्पादों को विदेशों में पहचान दिलाने व पर्यटन (Tourism) को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार विदेशों में तैनात राजदूतों का सहयोग लेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह ऐलान करते हुए अफसरों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। सरकार की इस पहल के बाद विदेशों में राज्य के उत्पादों को पहचान दिलाने और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।सात देशों में तैनात भारतीय राजदूत सोमवार को सीएम आवास में मुख्यमंत्री धामी से मिले। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार वन डिस्ट्रिक्ट-टू प्रोडक्ट को विभिन्न देशों में बढ़ावा देने के लिए राजदूतों की मदद लेगी। उन्हें राज्य के स्थानीय उत्पादों की जानकारी दी जाएगी ताकि वे अलग अलग देशों में इसका प्रचार-प्रसार करें।
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Tourism – सीएम ने कहा की राज्य में पर्यटन, उद्योग और बागवानी के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। उन्होंने राजदूतों से कहा कि वे जिन देशों में कार्य कर रहे हैं , वहां के बारे में सरकार के अफसरों को जानकारी दें। उन्होंने राज्य के अफसरों को निर्देश दिए कि दो दिन तक राजदूतों के साथ संबंधित विषयों पर चर्चा कर सुझाव लें और इस संदर्भ में कार्ययोजना बनाएं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को उत्कृष्ट राज्य बनाने के लिए इन सुझावों पर अमल भी किया जाएगा।इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी का विकास तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के विकास के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
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सीएम से मुलाकात के दौरान राजदूतों ने सुझाव दिया कि राज्य के पर्वतीय उत्पादों और भोजन को बढ़ावा दिया जाए। उनकी मेन्यूफेक्चरिंग, ब्रांडिंग एवं पैकेजिंग की अच्छी व्यवस्था कराई जाए। बैठक में सुझाव दिया गया कि उत्तराखंड को योग और वेलनेस टूरिज्म के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर तेजी से उभारा जा सकता है। इस मौके पर स्वीडन में भारत के राजदूत तन्मय लाल, तजाकिस्तान में राजदूत विराज सिंह, पनामा में राजदूत उपेन्द्र सिंह रावत, ब्रूनेई में राजदूत आलोक अमिताभ, केन्या में राजदूत नामग्या खम्पा, स्लोबानिया में राजदूत नम्रता एस कुमार, अल्जीरिया में गौरव अहलूवालिया, उद्योग और आयुष सचिव डॉ. पंकज पांडेय आदि मौजूद रहे।