लखनऊ : उत्तर प्रदेश में इंडिया ब्लॉक के दो मुख्य घटक कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच सियासी मुद्दे सुलझने की बजाय और अधिक उलझ रहे हैं। सपा और कांग्रेस के बीच ताजा रोड़ा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) है।
सपा 28 विपक्षी दलों के गठबंधन में बसपा के शामिल होने के खिलाफ है, वहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय, बसपा (Tension Regarding Seat Distribution) अध्यक्ष मायावती से इंडिया में शामिल होने पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह कर रहे हैं।
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Tension Regarding Seat Distribution – ब्लॉक की समन्वय समिति में सपा के प्रतिनिधि जावेद अली खान ने कहा, अजय राय की पृष्ठभूमि बीजेपी की है और कांग्रेस को उनकी टिप्पणियों का संज्ञान लेना चाहिए। मायावती ने हाल ही में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे इंडिया ब्लॉक के सदस्यों के खिलाफ कोई टिप्पणी न करें क्योंकि बसपा ने अब गठबंधन के संबंध में अपने विकल्प खुले रखे हैं। इससे सपा और भी परेशान हो गई है, उसे संदेह है कि कांग्रेस अंतिम समय में बसपा को इंडिया में ला सकती है। इसे लेकर दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ गया है।
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उत्तर प्रदेश में मुख्य समस्या यह है कि अखिलेश यादव एक राज्य के नेता हैं, लेकिन, खुद को एक राष्ट्रीय नेता के रूप में स्थापित कर रहे हैं और खुद कमान संभालना चाहते हैं। कांग्रेस, जाहिर तौर पर, एसपी जैसे जूनियर पार्टनर्स को ज्यादा महत्व नहीं देती है और पार्टी आलाकमान ने अब तक उत्तर प्रदेश की स्थिति पर चुप्पी साध रखी है। सीट बंटवारे पर बातचीत अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाई है। इसलिए, सपा और कांग्रेस के बीच एक-दूसरे से आगे रहने से एकता टूट गई है।