उत्तराखंड के चमोली जिले का जोशीमठ साल 2023 में खूब चर्चा में रहा. यहां भू-धंसाव और घरों में पड़ी दरारों ने सरकार से लेकर प्रशासन तक की नींदे उड़ा दी थी. नतीजन, लोगों को घरों से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना पड़ा. अब हिमाचल के मैक्लोडगंज के लोगों को भी कुछ ऐसी ही चिंता सता रही है. यहां (Mcleodganj news) धर्मशाला- मैक्लोडगंज रूट पर जगह-जगह 4 से 6 इंच की दरारें सड़क पर आ गई हैं.

मई में मंद पड़े पर्यटन कारोबार को भले ही जून में संजीवनी मिली हो, लेकिन धर्मशाला से मैक्लोडगंज के लिए शॉर्टकट बदहाल खड़ा डंडा मार्ग (सड़क), पर्यटन के लिए ही डंडा साबित हो रहा है. इस मार्ग पर जगह-जगह दरारें पड़ी हुई हैं, जो कि पहले 2 इंच की थी, जबकि वर्तमान में बढक़र 4 से 6 इंच की हो गई हैं. ऐसे में इस मार्ग पर आए दिन छिटपुट दुर्घटनाएं घटित होना आम बात हो गई हैं.

कारोबारियों का कहना है कि धर्मशाला से मैक्लोडगंज वाया खड़ा डंडा मार्ग की हालत न सुधारी गई तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. कई बार प्रशासन के समक्ष इस मामले को उठाया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ, बल्कि समस्या और बढ़ गई है, ऐसे में यह कहना गलत न होगा कि प्रशासन भी सडक़ के सुधार के लिए शायद बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है.

Mcleodganj news – खड़ा डंडा मार्ग पर एक से दो किलोमीटर की परिधि में जगह-जगह दरारें पड़ी हुई हैं. साथ ही गड्ढों की भी भरमार है. बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक शॉर्टकट के चक्कर में इस मार्ग पर वाहन लेकर चढ़ते तो हैं, लेकिन इसका खामियाजा उन्हें गाडिय़ों के नुकसान के रूप में भुगतना पड़ता है. यही नहीं, इस मार्ग पर सडक़ किनारे की गई अव्यवस्थित पार्किंग भी बड़ी समस्या है. पहले ही रोड बदहाल हैं, ऊपर से सडक़ किनारे खड़ी गाडिय़ां समस्या को चौगुना कर रही हैं.

 

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