Director General of Police Shatrujit Kapoor said in Rohtak, pilot project Safe City started for women safety

Haryana DGP Shatrujeet Kapoor
– फोटो : अमर उजाला

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महिला सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग सेफ सिटी कैंपेन चलाया जाएगा। रोहतक व गुरुग्राम में यह पायलेट प्रोजेक्ट सफल होने पर प्रदेश के इसे लागू किया जाएगा। इसके तहत इन दो शहरों में महिला सुरक्षा बेहतर बनाई जाएगी। जन साधारण की समस्याओं के समाधान के लिए शिकायतों की समय पर सुनवाई सुनिश्चित की जाएगी। पीड़ित से सात दिन बाद फीडबैक भी लिया जाएगा। यह कहना है पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत सिंह कपूर का। वे बुधवार को आईजी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

डीजी ने कहा कि महिला सुरक्षा के प्रोजेक्ट के तहत ऑटो, टैक्सी या अन्य जन परिवहन के साधनों में उन्हें सुरक्षित माहौल मुहैया कराने पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए ऑटो, टैक्सी चालकों व अन्य के साथ मिलकर काम किया जाएगा। एमडीयू, आईआईएम व अन्य शिक्षण संस्थानों के बाहर पुलिस की उपस्थिति बढ़ाई जाएगी। शहर के साथ गांवों में भी महिला सुरक्षा बनाई जाएगी।

सीसीटीवी लगा कर इन जगहों को सुरक्षित किया जाएगा। बगैर किसी कारण इधर-उधर खड़े रहने वाले युवाओं के ग्रुप हटाने का भी प्रयास किया जाएगा। महिला सुरक्षा व ग्रिवेंस सिस्टम के अलावा लोगों की शिकायतों के निवारण के लिए एक ग्रुप बनाया गया है। इसमें पूर्व कर्मचारियों को वालंटियर बनाया गया है। यह ग्रुप विशेषज्ञों के साथ मिलकर पुलिस थाने या चौकी में नहीं सुलझने वाले मामलों में आपसी तालमेल से समाधान कराएगा।

कानून व्यवस्था के लिए तैनात रहेंगी आरएएफ की दो कंपनियां

प्रदेश में कानून व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए एडवांस रेपिड एक्शन फोर्स बनाई जा रही हैं। प्रत्येक जिले में आरएएफ की दो-दो कंपनियां तैनात की जाएंगी। इन्हें उपकरण भी उसी स्तर के दिए जाएंगे। जरूरत पड़ने पर ये कंपनियां व्यवस्था बनाएंगी। पुलिस जांच व अपराध के मामलों को लेकर एसटीएफ, सीआईए व अन्य यूनिट को और बेहतर बनाया जाएगा। यहां कर्मचारियों की संख्या दो गुणा करने के साथ प्रशिक्षण व उपकरण भी दिए जाएंगे।

कर्मचारियों के कल्याण पर दिया जाएगा विशेष ध्यान

पुलिस विभाग कर्मचारियों के कल्याण पर भी काम करेगा। इसमें साप्ताहिक अवकाश देकर कर्मचारी को परिवार के लिए समय देने की व्यवस्था बनाई जाएगी। कच्चे कर्मचारियों के बच्चों के रोजगार, कौशल विकास पर ध्यान दिया जाएगा। पुलिस कर्मचारियों के बच्चे या अन्य के नशे में लिप्त होने पर उनका नशा छुड़ाने का प्रयास किया जाएगा। नशे के बढ़ते कदम रोकने के लिए ग्राम प्रहरी अहम योगदान करेंगे। ये गांव व शहरों में ड्रग्स पर नकेल कसेंगे। ड्रग बेचने वालों की पहचान करने के साथ उन पर नजर रखेंगे। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकारी मशीनरी काबिल व बेहतर है। इन्हें सही संसाधन व नेतृत्व मिले तो बेहतर परिणाम दे सकते हैं।

सुरक्षा एजेंसी की नजर में हैं विदेश से गिरोह चलाने वाले गैंगस्टर

विदेश से आपराधिक नेटवर्क चलाने वाले बदमाशों से निपटने के लिए हमारी एजेंसियां उन पर नजर रखे हुए हैं। इस अंतरराष्ट्रीय मामले में एनआइए व अन्य इस ओर पूरा ध्यान दे रही हैं। पुलिस भी उनसे बेहतर तालमेल बनाते हुए काम करेगी। साइबर क्राइम के मामलों को भी गंभीरता से लिया जा रहा है। घटना के बाद पहले गोल्डन ऑवर में समय पर सूचना मिलने से विभाग ने बैंकों से मिलकर करीब दो करोड़ रुपये बचाए हैं। इसलिए बगैर समय गंवाए लोग सही जगह सूचना दें। मंत्री संदीप सिंह के मामले में पुलिस चंडीगढ़ पुलिस का हर संभव सहयोग करेगी।

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