President Kovind: किसानों के आंदोलन के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तीनों नए कृषि कानूनों का पुरजोर बचाव करते हुए इसे खेती क्षेत्र की बेहतरी के लिए जरूरी करार दिया। इसके साथ ही किसान संगठनों के एतराज को देखते हुए इन कानूनों पर अमल रोकने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सरकार ने पालन करने का भरोसा भी दिया। जबकि गणतंत्र | दिवस के दिन किसानों की टैक्ट्र रैली के दौरान लाल किले पर हुड़दंग. और तिरंगे के अपमान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए इसकी आलोचना भी की। संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में संबोधन के दौरान राष्ट्रपति ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन से जारी तनातनी का मुंहतोड़ जवाब दिए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए एलएसी पर पर्याप्त संख्या में सैनिकों को तैनात किया गया है। अर्थव्यवस्था के कोरोना काल की चुनौतियों से उबरने का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने आर्थिक, सामाजिक और व्यवस्थागत क्षेत्र में सरकार की छह साल की उपलब्धियां भी गिनाई।
President Kovind: संसद के केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ ही बजट सत्र शुरू हो गया। कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ 16 विपक्षी पार्टियों समेत 19 दलों के बहिष्कार के बीच राष्ट्रपति ने अभिभाषण के जरिये सरकार की नीतियों और कामकाज का नजरिया साफ किया । कृषि कानूनों पर सरकार का नजरिया स्पष्ट करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि संसद ने व्यापक विमर्श के बाद इन्हें पारित किया है। इन कृषि सुधारों का सबसे बड़ा लाभ भी 10 करोड़ से अधिक छोटे किसानों को तुरंत मिलना शुरू हो गया है। कानूनों के राजनीतिक विरोध पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अनेक राजनीतिक दलों ने समय-समय पर इन सुधारों को अपना भरपूर समर्थन दिया था और बीते दो दशक से इन सुधारों की मांग हो रही थी। किसानों की आपत्तियों का समाधान करने की सरकार की मंशा जाहिर करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान में इन कानूनों पर अमल सुप्रीम कोर्ट ने स्थगित किया हुआ है और सरकार इस निर्णय का पूरा सम्मान और पालन करेंगी।
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मोदी की अध्यक्षता में आज सर्वदलीय बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे। वह बजट सत्र को लेकर सरकार के विधायी एजेंडे को बैठक में रखेंगे। हर बार बजट सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक होती है। लेकिन इस बार बजट सत्र शुरू होने के बाद यह बैठक हो रही है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संसद के दोनों सदनों के संबोधन के साथ ही बजट सत्र शुक्रवार को शुरू हुआ। कोरोना महामारी के चलते सर्वदलीय बैठक वीडियो का फेंसिंग के जरिये होगी। संभावना है कि विपक्षी दल कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन पर बहस कराने की मांग करें।
President Kovind: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला द्वारा शुक्रवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने इसी तरह की मांग की थी। सरकार ने सुझाव दिया था कि राष्ट्रपति के भाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्या के दौरान किसानों के आंदोलन के मुद्दे को उठाया जा सकता है। लोकसभा में दो. तीन और चार फरवरी को धन्यवाद प्रस्ताव के लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोकसभा और राज्यसभा की बैठक पांच-पांच घंटे की पारी में हो रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि सदस्यों के बीच शारीरिक दूरी का पालन किया जा सके।
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