नई दिल्ली : अरब सागर में सोमालिया तट के पास अपहृत हुए लाइबेरियाई जहाज एमवी लीला नोरफोक को समुद्री डाकू भारतीय नौसेना की सिर्फ चेतावनी के बाद छोड़कर भाग गए हैं। डाकुओं से मुक्त होने के बाद भारत माता की जय के उद्घोष के साथ जहाज के भारतीय दल ने नौसेना को धन्यवाद दिया है। नौसेना की टीम जहाज की बिजली आपूर्ति और स्टीयरिंग गियर बहाल करने में लगी है। नौसेना की (Pirates Fled The Ship) जांच पूरी होने के बाद लाइबेरियाई जहाज को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया जाएगा।
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Pirates Fled The Ship – उत्तरी अरब सागर में सोमालिया से 300 समुद्री मील पूर्व में लाइबेरिया ध्वज वाले व्यापारिक जहाज एमवी लीला को अपहृत किया गया था। यह जहाज पोर्ट डु एको (ब्राजील) से बहरीन में खलीफा बिन सलमान के लिए जा रहा था। चालक दल ने 04 जनवरी की शाम को यूनाइटेड किंगडम समुद्री व्यापार संचालन पोर्टल पर जहाज पर पांच से छह समुद्री डाकुओं के सवार होने का संदेश दिया था। सोमालिया के पास व्यापारिक जहाज एमवी लीला का अपहरण होने का संदेश मिलने के बाद भारतीय नौसेना के मिशन में तैनात प्लेटफार्मों ने अरब सागर में इस समुद्री घटना पर तेजी से प्रतिक्रिया दी।
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नौसेना के कमांडो ने अपहृत जहाज एमवी लीला नोरफोक को अपने कब्जे में लेकर समुद्री गश्ती विमान, प्रीडेटर एमक्यू 9 बी और इंटीग्रल हेलोस का उपयोग करके निरंतर निगरानी में रखा। समुद्री डाकुओं के हमले का जवाब देने के लिए भारतीय नौसेना में आक्रामक इरादा जताया। मरीन कमांडो मार्कोस की चेतावनी पर समुद्री डाकू जहाज पर सवार 11 भारतीय समेत 21 सदस्यीय चालक दल को सुरक्षित छोड़कर भाग निकले।