भाजपा के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने (Partition Day) विभाजन विभिषिका दिवस (14 अगस्त) को इतिहास की किताबों में शामिल करने की मांग रखी है। इसे लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा है। हरनाथ लिखते है कि ‘मेरे विचार में दुनिया की सबसे क्रूर घटना की जानकारी भारत की मौजूदा और आने वाली पीढ़ियों को दी जानी चाहिए। इसके लिए बंटवारे की भयावहता को इतिहास के पाठ्यक्रम में जोड़ना और बच्चों को पढ़ाना जरूरी है।
इसे भी पढ़ें – ITBP जवानों को ले जा रही बस खाई में गिरी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बीजेपी सांसद ने देश के बंटवारे पर पीएम मोदी के बयान का पत्र में हवाला भी दिया है। पत्र में कहा गया है, आपने खुद कहा कि बंटवारे का दर्द कभी भुलाया नहीं जा सकता है। 14 अगस्त को मनाया जाने वाला ‘विभाजन विभिषिका दिवस’ न केवल हमें भेदभाव के जहर को खत्म करने के लिए प्रेरित करता है, बल्कि राष्ट्रीय एकता को भी मजबूत करता है।
Partition Day – हरनाथ सिंह यादव लिखते हैं कि देश के लोगों को विभाजन के पीछे का बैकग्राउंड और कारण पता होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘देश की अधिकांश आबादी स्वतंत्रता के बाद पैदा हुई। देश का विभाजन क्यों हुआ? विभाजन का बैकग्राउंड क्या है? विभाजन की हकीकत क्या है? विभाजन के लिए कौन जिम्मेदार था?… ये ऐसे सवाल हैं जिनकी सही जानकारी देने के लिए तथ्यात्मक साहित्य उपलब्ध नहीं है। इसलिए इसे टेक्स्टबुक में शामिल करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें – बिहार में कैबिनेट विस्तार को लेकर हलचल तेज, तेजस्वी यादव समेत कई नेता पहुंचे दिल्ली
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल घोषणा की थी कि लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाया जाएगा। बीते रविवार को उन्होंने ट्वीट किया, आज विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर, मैं विभाजन के दौरान जान गंवाने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं। हमारे इतिहास के उस दुखद काल के पीड़ितों के धैर्य और सहनशीलता की सराहना करता हूं।