पंजाब : अब जब स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं नजदीक आ रही हैं तो स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शायद याद आया होगा कि गणित और विज्ञान बच्चों के लिए महत्वपूर्ण विषय हैं और इनकी तैयारी अच्छे तरीके से कराना जरूरी है।
यही वजह है कि स्कूलों में छुट्टियां खत्म होते ही विभाग ने स्कूल प्रमुखों और डी. ओ.जी. पत्र जारी कर यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि स्कूलों में विज्ञान और गणित के शिक्षकों को किसी भी फंड का प्रभारी नहीं बनाया जाए क्योंकि इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।
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संबंधित फंड के अलावा अन्य फंड का ना बनाया जाए प्रभारी
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि स्कूलों में पदस्थ विज्ञान और गणित विषय के शिक्षकों को विभिन्न प्रकार के स्कूलों जैसे समामेलित निधि, खेल निधि, सामान्य शिक्षा निधि आदि का प्रभारी बनाया जाता है। क्योंकि विज्ञान और गणित ऐसे विषय हैं जो शिक्षकों से निरंतर ध्यान देने की मांग करते हैं और इन विषयों में गतिविधियाँ और प्रयोग भी शामिल हैं।
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इसलिए विज्ञान एवं गणित शिक्षकों को उनके विषय से संबंधित फंड के अलावा किसी अन्य फंड का प्रभारी न बनाया जाए ताकि विज्ञान एवं गणित के विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित न हो। पत्र के बाद शिक्षकों के बीच यह चर्चा शुरू हो गयी है कि अधिकारियों को यह सब तभी याद क्यों आता है जब परीक्षा नजदीक आती है, जबकि वे इसके कई महीने पहले से ही फंड से जुड़ी ड्यूटी कर रहे होते हैं।