उत्तरप्रदेश में बनने जा रहा नया मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन (Mega Textile Park) व अपैरल पार्क निवेशकों, कारीगरों, बुनकरों व हस्तशिल्पियों के लिए एक बड़ी सौगात बनेगा। इसके जरिए करीब एक लाख लोगों को इस उद्योग से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार का अवसर मिलेगा।
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Mega Textile Park – लखनऊ- हरदोई के बीच लगभग 1000 एकड़ जमीन पर लगने वाला यह प्रोजेक्ट वस्त्रोद्योग से जुड़े सारे काम व सुविधाएं एक स्थान पर मुहैया कराएगा। योगी सरकार 2.0 ने इससे संबंधित प्रस्ताव हाल ही में केंद्र सरकार को भेज दिया है। पीएम मित्र योजना के तहत देश भर में इस तरह के सात मेगा पार्क (Mega Textile Park) बनने हैं। मोदी सरकार ने इस योजना का ऐलान पिछले दिनों ही किया है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार इस पार्क को विकसित करने के लिए राज्य सरकार को वित्तीय सहयोग करेगी। इसके जरिए एक ही स्थान पर कताई, बुनाई, रंगाई और छपाई से लेकर परिधान निर्माण का काम होगा। यहीं से उसके विपणन, बाजार की व्यवस्था होगी। सारी सुविधाएं एक स्थान पर होने से लाजिस्टिक का खर्च बचेगा। इसके साथ ही निर्यात की सुविधाएं होंगी।
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उत्तरप्रदेश में पहले से ही टेक्सटाइल उद्योगों के जरिए लाखों लोगों को रोजगार मिला हुआ है लेकिन सारा काम अलग-अलग होता है। अब इस पार्क के जरिए वस्त्रोद्योग का पूरा बुनियादी ढ़ांचा आधुनिकतम तकनीक के साथ उपलब्ध कराया जाएगा। इस उद्योग में निवेश करने वाले छोटे बड़े उद्यमियों को अपनी यूनिट लगाने की अनुमति होगी और उन्हें सहूलियत भी दी जाएगी। इसके जरिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की संभावनाएं बढ़ेगीं। यूपी में कानपुर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, आदि टेक्सटाइल उद्योग के हब बन चुके हैं।
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राज्य में पहले से ही सात मंडल मुख्यालयों में टेक्टसाइल पार्क बनाने की कवायद चल रही है। यूपी सरकार की इस योजना के तहत इसमें कपड़ा उद्योग से जुड़े निवेशक अपनी फैक्ट्री लगाएंगे। प्रदेश सरकार इन निवेशकों के लिए कई तरह की रियायतें व सहूलियत मसलन स्टांप ड्यूटी, विद्युत कर, आसान कर्ज आदि देगी। यह पार्क मेरठ, आगरा, झांसी, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ व कानपुर में बनने हैं।
2018 में इन्वेस्टर्स समिट हुई थी। उसके बाद से टेक्सटाइल की तीन साल में 15 यूनिट लग चुकी हैं। इनके जरिए 756.91 करोड़ का निवेश हुआ व करीब 4800 को रोजगार मिला। इसके अलावा 60 निवेश परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। इसमें 8000 करोड़ रुपये का निवेश होना है। इसके जरिए 524087 लोगों को रोजगार मिलने के आसार हैं।