कानपुर : काकवन थाना क्षेत्र के फत्तेपुर गांव में शुक्रवार को एक बुजुर्ग दंपत्ति की गर्दन रेतकर हत्या करने और उनके घर से करीब 10 लाख रुपये की लूट की घटना सामने आयी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि नकाबपोश लुटेरों ने पैसे के लिए एक बुजुर्ग दंपति के घर पर हमला किया (Kill And Loot) लेकिन लूटे गए कीमती सामान की सही कीमत का अभी पता नहीं चल पाया है, क्योंकि परिवार बार-बार अपना बयान बदल रहा है। मृतक दंपति की पहचान किराना दुकान चलाने वाले छम्मी लाल (80) और उनकी पत्नी इमरती देवी (75) के रूप में हुई है।
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पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विजय ढुल सहित वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की। फोरेंसिक विशेषज्ञों और एक खोजी कुत्ते को भी जांच में सहायता करने और मामले को सुलझाने के लिए मौके पर बुलाया गया। संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि परिवार के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार तड़के दो मोटरसाइकिलों पर आधा दर्जन लुटेरे चेहरे पर नकाब बांधे पहुंचे थे।
उन्होंने बताया कि लुटेरों ने पहले पीड़िता की बहू सपना और उसके दो बच्चों को बंदूक की नोक पर काबू किया और घर की चाभी मांगी। नाम न छापने की शर्त पर एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उसके मना करने पर लुटेरों में से एक ने अलमारी तोड़ दी और करीब 10 लाख रुपये मूल्य के आभूषण और नकदी लूट लिए। बहू सपना ने आगे दावा किया कि उसने खुद को लुटेरों से छुड़ा लिया और शोर मचाया जिसके बाद ग्रामीण वहां जमा हो गए। बाद में वे छम्मी के कमरे में दाखिल हुए और खून से लथपथ शवों को देखा।
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Kill And Loot – सपना ने पुलिस को बताया कि डकैती उस समय हुई जब उसका पति राज कुमार अपने खेत में गया हुआ था और लुटेरों ने धमकी भी दी कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी तो उसे जान से मार देंगे। संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि सपना और उसका पति लगातार अपने बयान बदल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें कुछ सुराग मिले हैं जो मामले को सुलझाने में मदद कर सकते हैं। पुलिस ने बताया कि मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।