तीन आजाद विधायकों की ओर से प्रदेश की बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लिए जाने के बाद अब जेजेपी ने मौजूदा हालात को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा है। जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा कि दो महीने पहले बनी सरकार अब अल्पमत में है, क्योंकि बीजेपी के एक और उन्हें समर्थन दे रहे एक निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा सरकार का समर्थन कर रहे विधायकों में से 3 निर्दलीय विधायकों ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है।
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कांग्रेस ने भी राज्यपाल से मिलने का समय मांगा
दुष्यंत चौटाला ने पत्र लिखकर राज्यपाल से विधानसभा का सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट की मांग की है। वहीं, कांग्रेस ने भी राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा है. दुष्यंत चौटाला ने कहा हम मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करते हैं और हरियाणा में किसी भी दूसरे राजनीतिक दल द्वारा सरकार बनाने में समर्थन के लिए उनके दरवाजे खुले हैं। दुष्यंत चौटाला ने पत्र में लिखा दो विधायकों की स्थिति के बाद सदन की संख्या 88 है। दुष्यंत चौटाला ने पत्र में लिखा है बीजेपी के पास 40 विधायक हैं कांग्रेस के पास 30 ,जेजेपी के 10, निर्दलीय 6 ,हलोपा और इनेलो के पास 1-1 है।
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सरकार के पास नहीं रहा विश्वास मत
दुष्यंत चौटाला ने लिखा कि तीन निर्दलीय विधायकों की ओर से सरकार से समर्थन वापिस लिए जाने के बाद सरकार के पास विश्वास मत नही रहा, इसलिए विधानसभा का सत्र बुलाकर सरकार फ्लोर टेस्ट पास करें। दुष्यंत ने कहा कि राज्यपाल के पास सरकार का बहुमत देखने के लिए फ्लोर टेस्ट का आदेश देने की शक्ति है कि सरकार के पास ताकत है या नहीं और यदि उसके पास बहुमत नहीं है तो राज्य में तुरंत राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए।