विश्व कप के 40वें मैच में मंगलवार को बर्मिंघम के एजबेस्टन में बांग्लादेश को 28 रन से हरा के भारत नें लगातार तीसरी बार विश्व कप के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है|
टीम इंडिया नें टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 9 विकेट के नुकसान पर 314 रन बनाए| जिसके जवाब में बांग्लादेश की टीम 48 ओवर में 286 के टोटल पर ऑल आउट हो गई|
भारत सेमीफाइनल में पहुंचा
इसके पहले 2011 में ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत सेमीफाइनल में पहुंचा था और पिछली बार 2015 में बांग्लादेश को ही हराकर भारत नें सेमीफाइनल में प्रवेश किया था|
मगर पिछले सेमीफाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया से कड़ी शिकस्त झेलनी पड़ी थी| विश्व कप के इतिहास में भारत के सामने बांग्लादेश की लगातर तीसरी हार है|
इसी के साथ बांग्लादेश का टॉप 4 में पहुंचने का सपना भी ख़त्म हो गया| 8 मैचों में 13 अंकों के साथ भारतीय टीम अंक तालिका में दूसरे स्थान पर बरक़रार है जबकि ऑस्ट्रेलिया अब भी पहले स्थान पर मौजूद है|
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रोहित शर्मा शानदार खेले
भारत के लिए फिर एक बार हिटमैन रोहित शर्मा का बल्ला खूब चला| 92 बॉल पर 104 रन की पारी खेल कर रोहित मैन ऑफ़ द मैच बने और कई सारे रिकार्ड्स अपने नाम किये|
वर्ल्ड कप में सर्वाधिक 4 शतक लगाने के संगकारा के रिकॉर्ड की बराबरी की और इस वर्ल्ड कप में टॉप स्कोरर्स की लिस्ट में डेविड वार्नर को पछाड़ कर टॉप पोजीशन अपने नाम करली| विश्व कप में तीसरी बार मैन ऑफ़ द मैच जीतकर सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है|
मैचविनर्स रोहित और शिखर
भारत को अच्छे स्कोर पर पहुंचने का सबसे ज्यादा श्रेय ओपनर्स को ही जाता है| शुरूआती मैचों में रोहित शर्मा के साथ शिखर धवन अच्छे रन बटोर रहे थे| शिखर के स्थान पर ओपनिंग करने उतरे के.एल राहुल भी अच्छी लय में नज़र आ रहे हैं|
अपनी तकनीक और सूझबूझ से गेंदबाज़ों के छक्के छुड़ा रहे हैं| इसके अलावा कप्तान कोहली भी अच्छी फॉर्म में हैं और लगभग हर मैच में अच्छा स्कोर कर रहे हैं|
भारत का मध्यक्रम थोड़ा लड़खड़ाया हुआ नज़र आ रहा है| इसमें काफी बदलाव भी हो चुके हैं| केदार जाधव, विजय शंकर, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पंड्या, ऋषभ पंत से लेकर एम. एस. धोनी तक लगभग सभी बैट्समैन को भारत ट्राय कर चुका है और कोई भी बल्लेबाज़ कुछ खास नहीं कर पाया है|
इसी परेशानी की वजह से भारत नें इंग्लैंड के खिलाफ मैच गँवा दिया था| हांलाकि भारत के गेंदबाज़ों का प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में बेहतरीन रहा है| कई मैच भारत अपनी गेंदबाज़ी के दम पर जीता है|
धोनी की फॉर्म परेशानी की वजह
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की फॉर्म एक बहुत बड़ी चर्चा का मुद्दा बना हुआ है| इंग्लैंड के खिलाफ उनकी धीमी बल्लेबाज़ी को लेकर काफी सवाल उठाये गए| सचिन तेंदुलकर से लेकर संजय मांजरेकर धोनी की फिनिशिंग स्किल्स पर सवाल उठा चुके हैं|
धोनी पहले की तरह मैच फिनिश नहीं कर पा रहे हैं| अंतिम ओवरों में काफी बॉल खा रहे हैं और बड़े शॉट्स लगाने के लिए संघर्ष करते नज़र आ रहे हैं| हांलाकि उनकी स्ट्राइक रेट बाकी कुछ बल्लेबाज़ों से बेहतर है पर वो ज्यादा बड़ा स्कोर नहीं बना पा रहे हैं|
यह चीज़ भारत के लिए बड़ी परेशानी का सबब बनी हुई है| लेकिन वर्ल्ड कप जीतने के लिए उनके एक्सपीरियंस की जरुरत है| उनका टीम में होना ही टीम को मजबूती देता है, विकेट्स के पीछे उनके तेज़ हाथ, पैनी नज़र और तज़ुर्बा अकेले ही भारत को बड़े मैच जिताने में सक्षम है|
इस वर्ल्ड कप में भारत की टीम को बहुत सारी इंजरीज का सामना करना पड़ा है| इंजरीज के चलते शिखर धवन और विजय शंकर टीम से बाहर हो चुके हैं|
भुवनेश्वर और बुमराह हुए इंजरी का शिकार
भुवनेश्वर कुमार और बुमराह भी इंजरी का सामना कर चुके हैं लेकिन खुशकिस्मती से उनकी इंजरी ज्यादा नहीं बढ़ी और वे टीम के साथ बने हुए हैं|
अगला मैच 6 जुलाई को श्रीलंका के साथ होना है| श्रीलंका इस टूर्नामेंट से लगभग बाहर हो चुकी है| भारत पर इस मैच की हार का कुछ खास असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि भारत सेमीफाइनल में प्रवेश कर चुका है|
इस मैच का नतीजा ये तय करेगा की भारत कौन से नंबर पर फिनिश करता है और सेमीफाइनल में किसके विरुद्ध खेलेगा|
भारतीय प्रशंसकों की यही उम्मीद रहेगी की भारत आगे के सारे मैच जीते और वर्ल्ड कप एक बार फिर से घर ले आए|
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