वो चीखती रही, चिल्लाती रही, गुहार लगाती रही, लेकिन खाकी वर्दी में पहुंचे चेहरों को तनिक भी दया नहीं आई, पहले घर के मर्दों को पीटा फिर महिलाओं को बाल पकड़ गली में घसीटा… पुलिस की बर्बरता का ये पूरा घटनाक्रम उत्तर प्रदेश के बिजनौर से सामने आया है. मामले का वीडियो वायरल हो चुका है. वीडियो में पुलिस के दारोगा और सिपाही एक महिला के बाल पकड़कर घसीटते हुए ले जाते नजर आ रहे हैं. साथ ही पुलिस पर घर में घुसकर (inhuman face of police) तोड़फोड़ और मारपीट करने का आरोप भी महिलाएं लगा रही हैं. वीडियो वायरल होने पर एएसपी गौतम राय ने कहा कि जांच के बाद दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मामला बिजनौर के दारानगर गंज का है. यहां दो पक्षों में आपसी विवाद हुआ था. इसके बाद एक पक्ष के मनोज और कुलदीप पुलिस को लेकर शिवम के घर में घुस गए और वहां तोड़फोड़ करते हुए मौजूद लोगों को मारने-पीटने लगे.

इसे भी पढ़ें – लखनऊ में शर्मनाक घटना! दलित बुजुर्ग को चटवाई गई पेशाब, चंद्र शेखर बोले- ‘यह दलित विरोधी मानसिकता का सबूत’

पुलिस ने शिवम को पकड़ लिया और साथ में ले जाने लगी. इस पर शिवम की बहन काजल और मां गीता ने विरोध किया तो बिजनौर पुलिस ने काजल और गीता को ही पीटना शुरू कर दिया. दारोगा ने गीता के बाल पकड़कर खींचते हुए ले जाने की कोशिश की, जिसका वीडियो पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बना लिया.

inhuman face of police – पुलिस ने शिवम को पकड़कर बिजनौर कोतवाली के लॉकअप में बंद कर दिया. वहीं, भाई को छुड़ाने के लिए बहन काजल और मां गीता थाने के बाहर खड़ी हैं और इंसाफ की गुहार लगा रही हैं. काजल का कहना है कि दो पक्षों में लड़ाई हुई थी, लेकिन उनका उससे कोई मतलब नहीं था. उन्होंने कहा, ‘मेरा भाई बीमार था, तीन-चार घंटे से दवा खाकर सोया हुआ था. हमारे घर में घुसकर तोड़फोड़ भी की गई और हमें मारा भी गया.’

Share.
Exit mobile version