इडली और उपमा दोनों ही ऐसी चीजें हैं जो साउथ इंडिया में डेली रूटीन की डाइट में शामिल हैं. इसके साथ ही दक्षिण भारत के ये ये पारंपरिक व्यंजन पूरे देश में पसंद किए जाते हैं और नॉर्थ इंडिया में ज्यादातर लोग उपमा और इडली को सुबह ब्रेकफास्ट या फिर मिड क्रेविंग में खाना पसंद करते हैं. जहां इडली स्टीम्ड फूड है तो वहीं सूजी से बना उपमा भी एक हल्का कम ऑयल वाली डिश है जो पचाने में आसान होती है, लेकिन दोनों के ही मेन इनग्रेडिएंट्स अलग-अलग होते हैं. ट्रेडिशनली इडली चावल के आटे से बनती है तो वहीं उपमा रवा (गेहूं से बनता है) से तैयार किया जाता है. तो चलिए एक्सपर्ट से जान लेते हैं कि सूजी का उपमा ज्यादा फायदेमंद है या फिर चावल की इडली.

उपमा सबसे ज्यादा ब्रेकफास्ट में खाया जाता है. इसमें कुछ सब्जियां जैसे गाजर, मटर, टमाटर भी एड कर दिए जाएं तो इसके पोषक तत्व थोड़े बढ़ जाते हैं. इसी तरह से इडली को सांभर और नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है. इस तरह से ये दोनों ही फूड स्वादिष्ट होने के साथ ही लाइट भी होते हैं. फिलहाल डिटेल में जान लेते हैं.

चावल के न्यूट्रिएंट्स

हेल्थ लाइन के मुताबिक, अच्छी क्वालिटी के 100 ग्राम सफेद चावलों में 2.9 ग्राम प्रोटीन, 26 ग्राम कार्ब्स, 0.9 ग्राम फाइबर, डेली रूटीन का 20 प्रतिशत फोलेट, 18 प्रतिशत मैग्नीज, 14 प्रतिशत थायमिन, 13 प्रतिशत सेलेनियम, 12 प्रतिशत नियासिन, 10 प्रतिशत आयरन, 8 प्रतिशत विटामिन बी6, 6 प्रतिशत फास्फरोस, 4 प्रतिशत कॉपर, 2 प्रतिशत जिंक और 2 प्रतिशत मैग्नीशियम होता है, लेकिन क्वालिटी और टाइप के हिसाब से न्यूट्रिएंट्स कम या ज्यादा हो सकते हैं.

रवा के न्यूट्रिएंट्स

वेब एमडी में दी गई जानकारी के मुताबिक, रवा यानी सूजी की बात करें तो 167 ग्राम सूजी में 21.2 ग्राम प्रोटीन, 1.75 ग्राम फैट, 6.51 ग्राम डायटरी फाइबर, 7.28 मिलीग्राम आयरन, 306 माइक्रोग्राम फोलेट समेत कई और पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. अब जान लेते हैं एक्सपर्ट से डिटेल में.

उपमा या फिर चावल की इडली

धर्मशिला नारायणा अस्पताल, दिल्ली की सीनियर डाइटिशियन पायल कहती हैं कि सूजी या चावल दोनों की न्यूट्रिशनल वैल्यू अलग होती है. वहीं अगर हम चावल की इडली और सूजी के उपमा की बात करें तो दोनों ही लाइट फूड हैं, लेकिन सूजी का चावल से बनी इडली के मुकाबले उपमा ज्यादा फायदेमंद हो सकता है, अगर इसे कम तेल में बनाया जाए. दरअसल सूजी में फाइबर ज्यादा होता है, जिससे ये पेट भरा हुआ महसूस करवाती है और वेट कम करने में हेल्पफुल है तो वहीं इसमें कैलोरी भी कम होती है, इसलिए ये एक हेल्दी ऑप्शन है.

चावल की इडली

एक्सपर्ट कहती हैं कि चावल की इडली में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होते हैं, जिससे आपको तुरंत एनर्जी मिलती है और मसल्स को विकास में ये हेल्पफुल है, लेकिन इसमें फाइबर की कमी होती है साथ ही सिंपल कार्ब्स का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये शुगर स्पाइक कर सकते हैं. इस तरह से दोनों ही फायदेमंद हैं, लेकिन सूजी का उपमा या इडली ज्यादा फायदेमंद हो सकती है. आप चावल की इडली के न्यूट्रिएंट्स को इनहैंस करने के लिए इसमें दाल और सब्जियों को एड कर सकते हैं. इस तरह से कुल मिलाकर मॉडरेट तरीके से दोनों को खाना फायदेमंद रहता है.

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