Now the member will not be able to separate from the old family ID, no new name will be added

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– फोटो : Istock


हरियाणा में अब पुरानी फैमिली आईडी से कोई सदस्य अलग नहीं हो पाएगा न ही नया सदस्य परिवार में जोड़ा जाएगा। नागरिक संसाधन सूचना विभाग ने अब नई फैमिली आईडी बनाने पर भी अगले आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया है। नागरिक संसाधन सूचना विभाग में फैमिली आईडी की केवल आय, जाति और बैंक खातों की वेरिफिकेशन का काम होगा।

भिवानी जिले में तीन लाख 17 हजार परिवारों की फैमिली आईडी बन चुकी है। नागरिक संसाधन सूचना विभाग के पास रोजाना ही नए परिवारों की फैमिली आईडी बनाने की रिक्वेस्ट पहुंच रही हैं। मगर, अब इन पर कोई गौर नहीं किया जाएगा। एक माह के दौरान करीब 1500 से अधिक नए फैमिली आईडी बनाने के आवेदन पहुंचे हैं, जो फिलहाल निदेशालय के आदेशों से लंबित पड़े हैं।

फैमिली आईडी के सदस्यों के साथ कोई भी फेरबदल अब नहीं होगा। जिस फैमिली आईडी से जो सदस्य जुड़े हैं। उनकी आय और उनके बैंक खाते उसी से जुड़े रहेंगे। क्योंकि मुख्यालय से साफ्टवेयर अपडेट किए जाने के साथ ही फैमिली आईडी का डाटा भी अपडेट किया जा रहा है।

लोग भी नई फैमिली आईडी बनवाने सरल केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं, जिन्हें पोर्टल पर सदस्य जोड़ने और पुराना सदस्य हटाने का ऑप्शन ही नहीं मिल रहा है। फिलहाल इस ऑप्शन को सॉफ्टवेयर से ही हटा दिया गया है।

वहीं, इन दिनों कॉलेजों में चल रही दाखिला प्रक्रिया में दस्तावेजों की वेरिफिकेशन कराने के लिए विद्यार्थी फैमिली आईडी की आय और जाति की वेरिफिकेशन कराने नागरिक संसाधन सूचना विभाग में पहुंच रहे हैं। रोजाना ही करीब 50 से अधिक मामले पहुंच रहे हैं।

फैमिली आईडी में किसी भी सदस्य में कोई फेरबदल नहीं होगा यानी न तो सदस्य हटाया जाएगा और न ही नया सदस्य जोड़ा जाएगा। ये व्यवस्था अगले आदेशों तक रहेगी। क्योंकि ये सब काम पोर्टल पर ऑनलाइन होते हैं, पोर्टल से ही इसका ऑप्शन बंद है। आय, जाति और बैंक खातों की वेरिफिकेशन का काम चल रहा है। रोजाना ही इनसे जुड़े मामले हमारे समक्ष आ रहे हैं, जिनका निदान किया जा रहा है। -खुशवंत सिंह, जिला प्रबंधक, नागरिक संसाधन सूचना विभाग भिवानी।

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