
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे राजपूत समाज के लोग।
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मांगों को लेकर कैथल के कलायत में चल रहे राजपूत समाज के धरने में शनिवार को उत्तर प्रदेश से आए प्रतिनिधियों ने समर्थन दिया। धरने में किसान-मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूर्ण सिंह भी पहुंचे और प्रदर्शनरत राजपूत समाज के लोगों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि 18 अक्तूबर को कैथल में होने वाले राजपूत महाकुंभ को लेकर समाज की ओर से कठोर निर्णय लिया जाएगा, जिसमें आर-पार की लड़ाई होगी। इस दिन पूरे भारत से राजपूत समाज कैथल में एकत्रित होगा।
धरनास्थल पर लोगों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि जिन भाइयों ने समाज के लिए भाजपा से इस्तीफे दिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद। गलत जगह रहने से आदमी कभी बड़ा नहीं हो सकता। आज जो लोग भाजपा पार्टी को छोड़कर आए, वे उनका हमेशा सम्मान करेंगे, लेकिन जो लोग अभी तक भाजपा को छोड़कर नहीं आए वे जहां भी मिलेंगे उनका सम्मान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि देश में कोई ऐसी पार्टी नहीं है, जिसने राजपूत समाज के बिना राज किया हो। उन्हें नाराजगी समाज के उन लोगों से है जो सत्ता की मलाई का स्वाद ले अपने ही समाज के अपमान को भूल चुके हैं।
उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि केंद्र में बैठे कई मंत्री समाज के कारण ही पद प्रतिष्ठा हासिल कर रहे हैं, लेकिन राजपूत समाज का अपमान उनके लिए कोई मायने नहीं रखता। यह समाज की एक लड़ाई अपने इतिहास को लेकर है।
उन्होंने कहा कि हमारा एक भी महापुरुष ऐसा नहीं है जिसके आगे हमने जाति सूचक शब्द का प्रयोग किया हो। हमने हमेशा हिंदू सम्राट, महान सम्राट लिखा। जिन लोगों का कोई नहीं होता वह हमेशा चोरी करते हैं। उन्होंने अबकी बार बड़ी चोरी की है। जब तक वे पकड़े नहीं जाते तब तक समाज घर नहीं बैठेगा।
उन्होंने कहा कि 21 सितंबर को जिला मुजफ्फरनगर के बडौदा गांव में किसान-मजदूर संगठन का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। इसके बाद 18 अक्तूबर को कैथल में होने वाले राजपूत महाकुंभ को लेकर समाज की ओर से बड़ा फैसला लिया जाएगा।