नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बुधवार को (Former PM Retired From Rajya Sabha) राज्यसभा    से रिटायर हो गए। दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे 91 वर्षीय मनमोहन सिंह के लिए बतौर सांसद यह आखिरी पारी थी। मनमोहन सिंह के अलावा वर्तमान सरकार के दो वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों का कार्यकाल भी बुधवार को राज्यसभा में समाप्त हो गया। राज्यसभा सांसद व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का राज्यसभा में कार्यकाल समाप्त हो गया।

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मनमोहन सिंह लगभग 33 वर्ष तक राज्यसभा के सांसद रहे। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में नई वित्तीय व प्रशासनिक सुधारों की शुरुआत की। वर्ष 1991 में वह पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने थे। उसी साल वह 1991 से 1996 तक तत्कालीन नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री और 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे।

Former PM Retired From Rajya Sabha – बुधवार को दो केंद्रीय मंत्री भी राज्यसभा से रिटायर्ड हो गए, इनके साथ ही मंगलवार को पांच अन्य केंद्रीय मंत्री राज्यसभा से रिटायर्ड हुए थे। यानि दो दिनों में सात केंद्रीय मंत्री राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए हैं। इनमें शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री पुरषोत्तम रूपाला, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर, विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे और सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन हैं।

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गौरतलब है कि मनमोहन सिंह की रिटायरमेंट से एक दिन पहले मंगलवार को कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक भावुक पत्र लिखा था। अपने इस पत्र में खड़गे ने कहा कि मनमोहन सिंह ने बहुत समर्पण और निष्ठा से देश सेवा की और गरीबों के लिए काम किया। उन्होंने लिखा कि मनमोहन सिंह ऐसे शख्स रहे हैं जिनकी सलाह को वह महत्व देते हैं।

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