- आवारा मवेशियों के आतंक से किसान हलकान
- गौशालाओं की कमी और कर्तव्यहीन जिम्मेदारों के कारण बढ़ रही परेशानी
रायबरेली। जहां एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा गौ हत्या को रोकने के लिए प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में गौशालाओं के निर्माण कराने का प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं, दूसरी ओर, गौशालाओं की संख्या कम होने के कारण क्षेत्र के विभिन्न मार्गों पर आवारा मवेशियों का आतंक पूर्ण रूप से देखा जा सकता है।
आए दिन राहगीरों एवं क्षेत्रीय लोगों को इन आवारा मवेशियों के कारण चोटिल होने के साथ-साथ अपनी जान भी गंवानी पड़ती है। साथ ही साथ बड़े वाहनों की टक्कर से कभी-कभी आवारा मवेशी भी मौत के घाट उतर जाते हैं।
क्षेत्रीय किसानों की मानी जाए तो उनका कहना है कि, सरकार द्वारा किसानों की फसल नष्ट न हो पाये। इसके लिए क्षेत्र में कई जगहों पर गौशालाओं का निर्माण कराया गया। लेकिन, आवारा मवेशियों की अधिकाधिक संख्या होने के कारण आज भी हमारी फसलें नष्ट हो रही है।
किसानों ने यह भी बताया कि, अभी तक हम सभी किसान भाई अपनी फसलों की सुरक्षा कटीले तार बांधकर करते थे। परंतु, अब सरकार द्वारा कटीले तार हटाने का भी आदेश दे दिया गया है। अब ऐसे में हमारे लिए दोगुनी समस्या उत्पन्न हो गई है।
अब ऐसे में यह कहना कतई गलत नहीं होगा कि सरकार द्वारा गौ हत्या पर रोक लगाने के लिए गौशालाओं का निर्माण तो कराया गया। परंतु, आज की परिस्थिति को देखकर यह एक यक्ष प्रश्न उठना लाजमी हो जाता है कि क्या सरकार गौ हत्या पर रोक लगाने में सफल हो पाई है।