हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही चुनाव प्रचार अभियान (Election Campaign) भी तेज होने जा रहा है। उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होते ही भाजपा दिग्गजों के दौरे शुरू हो जाएंगे। हालांकि, गृहमंत्री अमित शाह ने चुनाव की घोषणा के बाद राज्य में पहली चुनावी सभा कर पार्टी के अभियान की शुरुआत कर दी है। पार्टी के केंद्रीय नेता यहां 50 से ज्यादा सभाएं करने की तैयारी कर रहे हैं।
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हिमाचल प्रदेश में मौजूदा राजनीतिक माहौल में कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है। आम आदमी पार्टी वहां पर चर्चा में है, लेकिन चुनाव पर बहुत ज्यादा असर डालती नहीं दिख रही है। इस सबके बीच भाजपा पूरी ताकत एवं सजगता के साथ चुनाव लड़ने जा रही है। इसकी एक बड़ी वजह बीते तीन दशकों से हर बार राज्य में सरकार बदलना रहा है। ऐसे में मतदाताओं की हर बार बदलाव की मानसिकता को बदलना जरूरी है।
Election Campaign – भाजपा की सारी रणनीति अपनी सरकार को बरकरार रखने को लेकर है। पार्टी के इस अभियान में उसके सभी बड़े नेता राज्य के कोने-कोने तक जाकर प्रचार करते दिखेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की आधा दर्जन से ज्यादा सभाएं होने की उम्मीद है। गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, स्मृति इरानी समेत एक दर्जन से ज्यादा केंद्रीय नेता भी राज्य में प्रचार करेंगे।
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भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति मंगलवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों को लेकर चर्चा करेगी। इसके पहले सोमवार को राज्य भाजपा के कोर ग्रुप ने दिल्ली में बैठक कर सभी 68 सीटों को लेकर चर्चा की। साथ ही पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत प्रमुख नेताओं के साथ भी विचार विमर्श किया गया है। हिमाचल विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया शुरू होते ही भाजपा ने उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।


