लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 750 करोड़ रुपये के बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े धनशोधन के मामले में एक सड़क निर्माण और टोल प्लाजा संचालन कंपनी के खिलाफ शुक्रवार को उत्तर प्रदेश, गुजरात और हरियाणा में कई स्थानों पर छापे मारे। समाजवादी पार्टी (सपा) के (ED Raids On SP Leader’s Company) नेता विनय शंकर तिवारी इस कंपनी के प्रवर्तक हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
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सूत्रों ने बताया कि ‘गंगोत्री एंटरप्राइजेज’ और उसके मुख्य प्रवर्तकों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत छापे की कार्रवाई की जा रही है। कंपनी के मुख्य प्रवर्तक विनय शंकर तिवारी, रीता तिवारी और अजित पांडे हैं।
ED Raids On SP Leader’s Company – विनय शंकर तिवारी दिवंगत मंत्री एवं गोरखपुर के कद्दावर नेता हरि शंकर तिवारी के बेटे हैं। बहुजन समाज पार्टी के टिकट से जीत हासिल करने वाले तिवारी ने गोरखपुर में अपने पिता के विधानसभा क्षेत्र चिल्लूपार का प्रतिनिधित्व किया। बाद में वह सपा में शामिल हो गए।
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सूत्रों के मुताबिक, इन आरोपियों पर 2012 और 2016 के बीच बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) के नेतृत्व वाले बैंकों के कंसोर्टियम से लगभग 750 करोड़ रुपये की कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप है।उन्होंने बताया कि ईडी के अधिकारी उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गोरखपुर और नोएडा, अहमदाबाद (गुजरात) और गुरुग्राम (हरियाणा) में लगभग दस परिसरों पर छापे मार रहे हैं।