सुलतानपुर । केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर ने शराब पीने के दुष्परिणामों पर जोर देते हुए लोगों से अपील की है कि वे अपनी बहन-बेटियों की शादी (Do Not Marry Drug Addicts) शराबी और नशेड़ी युवाओं से न करें। शनिवार को केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने जिले के लंभुआ विधानसभा क्षेत्र में सर्वोदय इंटर कॉलेज में आयोजित नशा मुक्ति कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एक शराबी अधिकारी की तुलना में एक रिक्शा चालक या एक मजदूर बेहतर दूल्हा साबित होगा। एक शराबी की उम्र बहुत कम होती है।
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Do Not Marry Drug Addicts – कौशल किशोर ने अपना निजी अनुभव साझा करते हुए अपने दिवंगत बेटे को याद किया जिसकी आकस्मिक मौत नशे की लत के चलते हो गयी थी। किशोर ने कहा, ‘‘मैं सांसद और मेरी पत्नी विधायक होकर भी अपने बेटे आकाश किशोर की जिंदगी नहीं बचा पाये तो आमजन कैसे बचा पाएंगे।उन्होंने कहा कि उनका जन्म बेहद गरीब परिवार में हुआ था और उस वक्त दूध तक नसीब नहीं होता था। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने अपने बेटे आकाश किशोर की दोस्तों के साथ शराब पीने की लत छुड़ाने के लिए तमाम प्रयास किया और उसे नशा मुक्ति केंद्र में भी भर्ती कराया।
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मंत्री ने दुख प्रकट करते हुए कहा, ‘‘यह जानकर छह माह बाद बेटे की शादी कर दी कि उसकी लत छूट जाएगी लेकिन शादी के बाद आकाश ने फिर से नशा करना शुरू किया तो जिंदगी ही खत्म कर ली। दो साल पहले 19 अक्टूबर को आकाश की मौत हुई तो उसका बेटा महज दो साल का था। मैं अपने बेटे को नहीं बचा पाया, जिससे मेरी बहू विधवा हो गई।’’ उन्होंने कहा कि आजादी के संघर्ष के दौरान 6.32 लाख लोगों ने दम तोड़ा था, वहीं हर साल नशे से 20 लाख लोग दम तोड़ रहे हैं। किशोर ने कहा कि तमाम संगठन और अच्छे लोग नशा मुक्ति अभियान से जुड़ रहे हैं, आप भी अपने परिवार को बचाने के लिए इस अभियान से जुड़ें। उन्होंने कहा कि जिले को नशामुक्त करने के लिए सभी विद्यालयों में यह अभियान शुरू किया जाना चाहिए। इसके लिए रोजाना पांच मिनट प्रार्थना के दौरान युवाओं को नशा न करने की नसीहत दी जानी चाहिए।