यूपी के प्रयागराज में चार दिनों तक चली आरएसएस की बैठक में (Discussion In RSS Meeting) जनसंख्या असंतुलन पर भी चर्चा हुई। जनसंख्या असंतुलन से होने वाली भविष्य की परेशानियों पर मंथन किया गया और सभी को स्वीकार किसी पॉलिसी को बनाने का भी समर्थन किया गया। इसके अलावा मतांतरण पर भी चर्चा की गई। गौहनिया स्थित वात्सल्य परिसर में 16 से 19 अक्तूबर तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक हुई है। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल रहे।
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Discussion In RSS Meeting – संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बुधवार को मीडिया को बताया जनसंख्या असंतुलन के कारण दुनिया के कुछ देशों में बिखराव देखने को मिला। ऐसी स्थिति कहीं भारत में उत्पन्न न हो, इस पर व्यापक विमर्श हुआ। संघ का मानना है कि ऐसी जनसंख्या नीति बननी चाहिए जो सभी को स्वीकार हो।
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होसबोले ने कहा कि स्वयंसेवकों के सहयोग से प्रत्येक जिले के एक गांव को सामाजिक और आर्थिक दृष्ट से समृद्ध बनाने पर भी मंथन हुआ। इसके अलावा संघ के कार्य विस्तार की भी समीक्षा की गई। कहा कि मतांतरण रोकने के लिए हर प्रकार के कानूनी प्रयास होने चाहिए और आरक्षण के लालच में मतांतरण करने वालों को कतई आरक्षण नहीं मिलना चाहिए।दूसरे समुदाय से संपर्क के संघ के प्रयासों पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि आरएसएस का हमेशा से आग्रह रहा है कि सबको साथ लेकर चलना चाहिए।