कासगंज : जिले की राजनीति में अपना दबदबा रखने वाले पूर्व सांसद डॉ. देवेंद्र सिंह यादव रविवार की सुबह से भाजपाई हो गए। उन्होंने प्रदेश मुख्यालय पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, सांसद राजवीर सिंह और ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष दुर्विजय सिंह के (Devendra Yadav Joined BJP) समक्ष सपा छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर ग्राम प्रधान से शुरू किया था और देश की सर्वोच्च संस्था संसद में दो बार सदस्य रहे कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत करने वाले पूर्व सांसद ने बसपा से भी लोकसभा का चुनाव लड़ा बीएसपी के जिला अध्यक्ष भी रहे।
इसे भी पढ़ें – आज ‘नो कर्फ्यू-नो दंगा’ है, क्योंकि यूपी में सब चंगा है : योगी आदित्यनाथ
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और फिर अखिलेश यादव के करीबी कहे जाने वाले पूर्व सांसद डॉ. देवेंद्र सिंह यादव ने रविवार को सपा से तिलांजलि दे दी है। इन दिनों लोकसभा चुनाव के चलते जिले में सपा को बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर ग्राम प्रधान से शुरू किया था। सबसे पहले कांग्रेस की सदस्यता लेकर उन्होंने पहला विधानसभा चुनाव पटियाली से लड़ा वे विधायक हुए। इससे पहले सोरों ब्लॉक प्रमुख भी रहे। उसके बाद सपा से विधायक रहे। एटा लोकसभा क्षेत्र का समाजवादी पार्टी की टिकट पर दो बार संसद में प्रतिनिधित्व भी किया।
इसे भी पढ़ें – यूपी के इटावा में एक नर्सिंग छात्रा का शव बरामद, दो गिरफ्तार
Devendra Yadav Joined BJP -2009 में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह कासगंज एटा लोकसभा क्षेत्र से सपा के समर्थन से संसद पहुंचे। इस दौरान देवेंद्र सिंह ने कल्याण के सामने बसपा से चुनाव लड़ा और हार गए थे। इसके बाद 2014 में कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह के सामने समाजवादी पार्टी से चुनाव हारे। 2019 में भी उन्हें सपा ने चुनाव लड़ाया और वे राजवीर सिंह से चुनाव हार गए। रविवार को लखनऊ में भाजपा प्रदेश कार्यालय पर उन्होंने भाजपा का कमल थाम लिया है। अब वे भगवा मय हो गए।