CM मान ने बुधवार को पटियाला में ‘आप’ उम्मीदवार डॉ बलबीर सिंह के लिए प्रचार किया। यहां उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और लोगों से आम आदमी पार्टी को 13-0 से जिताने की अपील की।
कैप्टन अमरिंदर सिंह पर भी बोला हमला
अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री मान ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उनका परिवार मुगलों के समय उसके साथ था। अंग्रेजों के शासन में उसके साथ रहा। अकाली दल के समय उसमें रहें। फिर कांग्रेस में रहें और बीजेपी सरकार में उसके साथ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पटियाला रियासत को अहमद शाह अब्दाली ने बनाया।
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क्योंकि कैप्टन के पूर्वज आला सिंह ने अब्दाली का काफिला लूटने वाले खालसा ग्रूप का नाम बताया था। उन्होंने कहा कि कुछ खालसा के लोग अहमद शाह अब्दाली के लूटे हुए सामान को काफिले के पीछले भाग से लूट लेते थे और उसे गरीबों में बांट देते थे। कैप्टन के पूर्वज आला सिंह ने अब्दाली को उन खालसा के लोगों का नाम बताया था, जिसे अब्दाली ने मार दिया। इसी के बाद अब्दाली ने खुश होकर आला सिंह के बेटे को पटियाला रियासत दे दिया था।
प्रताप सिंह बाजवा को रहती है सीएम बनेने की बैचेनी
CM मान ने अकाली नेता बिक्रम मजीठिया और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा पर भी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि जलियांवाला बाग हत्याकांड की शाम जनरल डायर ने बिक्रम मजीठिया के घर पर डिनर किया था। ऐसे लोगों से पंजाब की वफादारी की उम्मीद क्या कर जा सकती है। वहीं प्रताप सिंह बाजवा के अंदर मुख्यमंत्री बनने की बहुत बेचैनी रहती है लेकिन कांग्रेस ने उनके मुख्यमंत्री बनने के सपने को भ्रूणहत्या कर दी।
सुखबीर बादल पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सुख विलास होटल पंजाब के लोगों के खून पसीने से बना है। उस होटल के प्रत्येक कमरे के साथ एक पूल है। उन्होंने कहा कि हम सुख विलास को पंजाब सरकार के कब्जे में लेंगे और उसको स्कूल में बदल देंगे। वह हर कमरे के साथ फूल वाला पहला स्कूल होगा। इसके लिए हमने एक नारा भी तैयार कर रखा है। दुनिया का पहला स्कूल जिसके हर एक कमरे के पीछे पूल।
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भाजपा करती है नफरत की राजनीति
उन्होंने कहा कि भाजपा नफ़रत की राजनीति करती है। वह लोगों से जाति-धर्म के नाम पर डराकर वोट लेना चाहती है। पंजाब में भी वह फूट डालने की कोशिश कर रही है। लेकिन पंजाब के लोग नफरत की राजनीति को कभी पसंद नहीं करते। पंजाब सांप्रदायिक सद्भाव के लिए जाना जाता है। यहां के लोग गुरुपर्व, ईद, होली, दिवाली और नवमी एक साथ मिलकर मनाते हैं। भाजपा की नफरत की राजनीति यहां कभी सफल नहीं हो सकती।