CM Mamta: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वालों तुलना चोर-डकैतों से करते हुए की कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में वे खुद भी उन्हें टिकट नहीं देने वाली थीं। सोमवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स एसोसिएशन के राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए ममता(CM Mamta) ने कहा कि कुछ चोर डकैतों ने बहुत रुपये बना लिए है और उस काले धन को सुरक्षित रखने के लिए भाजपा में गए हैं। मैं उन लोगों को खुद भी टिकट नहीं देती। उन्हें टिकट कैसे दिया जा सकता था, जिन्होंने अच्छा काम नहीं किया। उनके बदले में नए लोगों को टिकट दुर्गी तो लोग खुश होंगे। ममता ने आगे कहा कि चुनाव के समय बहुत से बादे किए जाते हैं, लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया जाता। हम जो बोलते है, वह करते है। भाजपा गैस बैलून की तरह है, जो मीडिया के बूते जिंदा हती है, जबकि हम लोगो के दिलों में जिंदा रहते हैं ।
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर बंगाल से पर्याप्त परिमाण में धान नहीं खरीदने का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश व आंध्र प्रदेश से कई लाख टन धान खरीदा गया, जबकि बंगाल से सिर्फ 69,000 टेन ही खरीदा गया है, जबकि बंगाल सरकार किसानों से 45 से 50 लाख मैट्रिक टन धान खरीदती है। फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से लीगो की सड़ा हुआ चावल दिया गया है।
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डीलरों के लिए की कई घोषणाएं
इस मौके पर ममता(CM Mamta) ने राशन डीलर की मौत होने पर उसके परिवार को दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। इसके साथ ही राशन की डीलरशिप के लिए आवेदन शुल्क को पांच लाख रुपये से घटाकर दो लाख रुपये कर दिया। राशन डीलरों के लाइसेंस की वैधता की अवधि भी एक साल से घटाकर तीन साल कर दी गई है।
ममता को एक और झटका, अब डायमंड हार्बर से तृणमूल विधायक ने पार्टी से दिया इस्तीफा
बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को झटके पर झटका लग रहा है। अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी(CM Mamta) के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र डायमंड हार्बर से तृणमूल के विधायक दीपक हलदर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार, सोमवार को विधायक ने स्पीड पोस्ट के जरिए पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा पत्र भेज दिया है। हालांकि, उन्होंने अभी विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है। बता दे कि हलदर कुछ समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे। उनका आरोप है कि विधायक बनने के बाद से ही इलाके में उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा था। साथ ही, पार्टी के कार्यक्रमों में भी उन्हें नहीं बुलाया जा रहा था। विशेष सूत्रों के अनुसार, आज दक्षिण 24 परगना जिले के बारूईपुर में मुकुल राय और शुभेंदु अधिकारी की मौजूदगी में तृणमूल विधायक भाजपा का झंडा थाम सकते हैं।
जनता को सबकुछ पता है, विस चुनाव में नहीं मिलेगा फायदा: डॉ. शांतनु सेन
इधर, उनके इस्तीफे पर, तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डॉ. शांतनु सेन ने कहा कि दीपक हलदर को लेकर पहले से ही हमें मालूम था कि वे पार्टी छोड़ सकते हैं । उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले जो पार्टी बदल रहे हैं, उनके बारे में जनता को अच्छे से मालूम है। चुनाव में उनको अधिक फायदा नहीं मिलेगा।
राज्य चुनाव आयोग के तीन उच्च पदाधिकारियों का तबादला
बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य चुनाव आयोग के तीन उच्च पदाधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। इनके नाम शैवाल बर्मन, अनामिका चट्टोपाध्याय और अमितन्वोति भट्टाचार्य है। तीनों उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर है और लबे समय से यहां कार्यरत थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय चुनाव आयोग, की तरफ से उनके तबादले का निर्देश दिए जाने पर भी अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है। आयोग के इस निर्देश को चुनाव से पहले होने वाले नियमित तबादले के तौर पर ही देखा जा रहा है, हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों के एक वर्ग का कहना है कि भाजपा व बंगाल के अन्य विरोधी राजनीतिक दलों की शिकायत पर यह कदम उठाया गया है।
CM Mamta: गौरतलब है कि हाल ही में, मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अगुआई में केंद्रीय चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ बंगाल के दौरे पर आई थी। उस वक्त विरोधी राजनीतिक दली ने आयोग से लंबे समय से राज्य चुनाव आयोग के दफ्तर में काम कर रहे अधिकारियों का तबादला करने का अनुरोध किया था।
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