देश में नागरिकता संशोधन कानून बिल के खिलाफ असम,पश्चिंम बंगाल, सहित कई राज्यों और अब जामिया में हुए हिंसक प्रदर्शन और आगजनी तोड़फोड़ का मामला अब सुप्रिम कोर्ट में पहुंच गया है| वही इसी मामले में भारतीय जनाता पार्टी के नेता अश्विनी उपाध्याय ने याचिका दाखिल कर पूरे देश भर में हो रहे हिंसा को लेकर सीबीआई, एनआईए और कोर्ट से गठित कमेंटी से जांच कराने की मांग की है|

इस याचिका में पश्चिंम बंगाल और असम के अलावा दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और AMU एवं उत्तर प्रदेश में हुए हिंसक प्रदर्शन की भी जांच कराने की मांग की है, वही उन्होनें पूरी जांच प्रक्रिया की निगरानी सुप्रिम कोर्ट से कराने की अपील की गई है|

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ममता सरकार पर लगाया उकसाने का आरोप

अश्विनी उपाध्याय ने अपनी इस याचिका में आरोप लगाया है कि बंगाल के मुर्शिदाबाद में प्रर्दशनकारियों नें 14 दिसंबर को पांच ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया| लेकिन बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन अपराधियों के खिलाफ कोई ठोस एक्शन नहीं लिया,वही टीएमसी की सरकार इतना सब कुछ होने के बावजूद खुद सड़क पर उतर कर नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी का विरोध कर रही है |

मनीष सिसोंदिया ने फैलाया झूठ- अश्विनी उपाध्याय

भाजपा नेता ने याचिका में यह भी आरोप लगाया है कि देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री और विधायक पर हिंसा फैलाने वालों का समर्थन कर रहे है | इतनी ही नहीं उन्होनें अपनी याचिका मे कहा है कि ये लोग उल्टा दिल्ली पुलिस को ही आरोपी बता रहे है| ऐसे में जरूरी होता है कि एस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई, एनआईए या सुप्रिम कोर्ट की ओर से नियुक्त एसआईटी से जांच कराई जाए |

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छात्रों को हिंसक नहीं होना चाहिए

आपको बता दें कि सुप्रिम कोर्ट ने सोमवार को कहा था कि पहले शांति सुनिश्चिंत होनी चाहिए और इसके बाद ही नागरिकता कानून के खिलाफ दक्षिणी दिल्ली के जामिया क्षेत्र में हुए हिंसक विरोध प्रर्दशन के दौरान पुलिस की कथित बर्बरता मामले में सुनवाई होगी |वही सुप्रिम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीन चीफ जस्टीस एस ए बोबड़े ने कहा है कि हम पहले देश में शांति चाहते है और अगर आप लोग सड़क पर उतरना चाहते है ,तो फिर उस के लिए हमारे पास बिल्कुल ना आंए |

पुलिस को अपना काम करने दे – चीफ जस्टिस

हमारे पास हिंसा की कोई जगह नहीं है |आप छात्र है तो इसका मतलब ये नहीं कि आप हिंसा पर उतर आएं, वही चीफ जस्टिस ने कहा है कि पहले पुलिस को आपना काम करने दे और शांति बनाएं रखे इसके बाद ही हम कुछ सुनवाई कर पाएंगे |

Image Source : jagran.com

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