अलीगढ़ के कोतवाली थाना क्षेत्र में 20 फरवरी को सीएए व एनआरसी के विरोध के दौरान दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे। दोनों ही की तरफ से जमकर बवाल हुआ था जिसमें पथराव फायरिंग भी की गई थी। इस फायरिंग में एक पक्ष के युवक की मौत हो गई थी। जिस का आरोप भाजपा युवा मोर्चा के नेता विनय वार्ष्णेय पर लगा था। विनय तभी से जेल में बंद है। उसकी जमानत नहीं हो पा रही है। अब हाईकोर्ट से भी जमानत खारिज होने के बाद बाबरी मंडी क्षेत्र के हिंदूवादी लोगों ने आज बाजार बंद रखा है। उन्होंने एक पक्षीय कार्यवाही के विरोध में गांधीगिरी से पुलिस का विरोध भी जताया है। प्रशासन ने बाबरी मंडी क्षेत्र में भारी संख्या में फोर्स को तैनात किया है।
दरअसल कोतवाली क्षेत्र के बाबरी मंडी में दोनों ही समुदाय के लोग रहते हैं। फरवरी माह में सीएए व एनआरसी के विरोध के दौरान जमकर बवाल हुआ था। कई वाहनों में आग लगा दी गई थी व पथराव और फायरिंग भी जमकर हुआ था। इस दौरान एक पक्ष के एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसका आरोप भाजपा युवा मोर्चा के नेता विनय पर लगा था। पुलिस ने विनय को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया। विनय पक्ष के लोग उसकी जमानत के प्रयास में तभी से कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं। अब हाईकोर्ट से भी उसकी जमानत खारिज होने के बाद कल बाबरी मंडी क्षेत्र के लोगों ने बाजार बंद करने का आह्वान किया था। जिसके बाद आज पूरा बाबरी मंडी बाजार बंद रखा गया है। प्रशासन ने एहतियातन आरएएफ के साथ-साथ स्थानीय पुलिस को भी तैनात किया है। एक पक्ष के लोग हाथों में पोस्टर लेकर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का विरोध गांधी गिरी के जरिए विरोध जता रहे हैं।
हिंदूवादी नेता बृजेश कंटक का कहना है विगत 23 फरवरी को जो बाबरी मंडी क्षेत्र में दंगा हुआ था उसमें पुलिस द्वारा एकपक्षीय कार्यवाही करने के विरोध में हम उनको धन्यवाद दे रहे हैं। क्योंकि उन्होंने हिंदुओं के विरुद्ध एकपक्षीय कार्यवाही करी है। अधिकारियों को फूल भेंट कर धन्यवाद प्रेषित किया जाएगा। वहीं एक अन्य हिंदूवादी नेता कपिल गुप्ता का कहना है कि बाबरी मंडी में जो दंगा हुआ था सीएए एनआरसी को लेकर हमारे लोगों पर जो गोली लगी है उसके आरोपों खुले घूम रहे हैं। एक पक्षीय यह कार्यवाही की गई है। प्रशासन को धन्यवाद से रहे हैं जो हमारे खिलाफ कार्रवाई की गई है।
मामले पर अलीगढ़ के सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार सिंह ने कहा कि बाबरी मंडी बजरिया मार्केट में कुछ दुकानदारों द्वारा इंटरनेट सोशल मीडिया के माध्यम से कहा गया था कि पूर्व में जो घटना हुई है उसमे एक गिरफ्तारी को लेकर दुकान बंद रखेंगे। उसी के क्रम में पुलिस की तैनाती की गई है। कोई व्यक्ति किसी को जबरदस्ती दुकान खोलने के लिए या बंद करने के लिए नहीं कह सकता। सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। प्रशासन ने कभी एकतरफा कार्यवाही नहीं की है। पूरे मामले में विवेचना चल रही है कोर्ट और पुलिस अपने हिसाब से काम करेंगे। निष्पक्ष कार्रवाई होगी।
अजय कुमार अलीगढ़