Close Menu
करंट न्यूज़करंट न्यूज़
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को दीपावली गिफ्ट, 17-18 अक्टूबर को वेतन, दैनिक वेतनभोगियों को भी भुगतान
    • ‘कांतारा चैप्टर 1’ ने किया गर्दा! 15 दिन में वर्ल्डवाइड ₹679 करोड़ पार
    • वेनेजुएला पर ऑपरेशन से तनाव: दक्षिणी कमान के प्रमुख एडमिरल होल्सी ने कार्यकाल से पहले दिया इस्तीफा
    • शेयर बाजार में धन वर्षा! सिर्फ 3 दिनों में निवेशकों की संपत्ति ₹9 लाख करोड़ बढ़ी
    • त्योहारी सीजन में सर्वर हुआ क्रैश, IRCTC डाउन होने से टिकट बुकिंग रुकी
    • UP पुलिस को मिलेगी क्रिकेटरों जैसी फिटनेस! अब जवानों को पास करना होगा यो-यो टेस्ट
    • दिन में सोना अच्छा या बुरा? आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान क्या कहता है
    • शरीयत में बहुविवाह का नियम: क्या एक मुस्लिम पुरुष 4 पत्नियों के होते हुए 5वीं शादी कर सकता है?
    करंट न्यूज़करंट न्यूज़
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
    Saturday, October 18
    • होम
    • राज्य
      • दिल्ली
      • उत्तर प्रदेश
      • उत्तराखण्ड
      • मध्य प्रदेश
      • छत्तीसगढ़
      • हिमांचल प्रदेश
      • पंजाब
      • झारखण्ड
      • बिहार
      • राजस्थान
      • हरियाणा
      • गुजरात
      • महाराष्ट्र
      • जम्मू कश्मीर
    • देश
    • मनोरंजन
    • खेल
    • टेक्नोलॉजी
    • लाइफ स्टाइल
    करंट न्यूज़करंट न्यूज़
    Home » जलाया, काटा… लेकिन खत्म नहीं हुआ अस्तित्व; हजारों साल से ‘जिंदा’ है ये पेड़

    जलाया, काटा… लेकिन खत्म नहीं हुआ अस्तित्व; हजारों साल से ‘जिंदा’ है ये पेड़

    July 15, 2025 बिहार 2 Mins Read
    existence has not ended
    Share
    Facebook Twitter Email WhatsApp Copy Link

    यह कहानी एक पेड़ की है, जो हजारों वर्षों से भारत के बदलते इतिहास का गवाह रहा है. इसने सम्राट अशोक का स्वर्णिम काल देखा, स्वतंत्रता संग्राम की हलचल महसूस की. महात्मा बुद्ध को अपनी छांव दी. इन सबके बीच, तमाम विपदाएं भी झेलीं. इस पेड़ को जलाया गया, काटा गया. लेकिन इसकी जड़ों ने बार-बार जीवित होकर (existence has not ended) फिर से एक पेड़ का रूप ले लिया.

    existence has not ended – इतिहास, आस्था और चमत्कारों से जुड़ी एक अद्भुत विरासत बोधि वृक्ष.है. ‘बोधि’ शब्द का अर्थ है ‘ज्ञान’ और ‘वृक्ष’ यानी पेड़ इस तरह यह बना ज्ञान का पेड़. यह पवित्र वृक्ष बिहार के गया जिले के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर में स्थित है. माना जाता है कि ईसा पूर्व 531 में महात्मा बुद्ध ने इसी वृक्ष के नीचे तपस्या कर जीवन का परम सत्य प्राप्त किया था.

    सम्राट अशोक की रानी ने कटवा दिया था ये पेड़

    इस पेड़ को लेकर कई कहानियां हैं. ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में जब सम्राट अशोक बौद्ध धर्म अपना चुके थे. किंवदंती है कि अशोक की पत्नी तिष्यरक्षिता ने ईर्ष्या में आकर चोरी-छिपे इस पेड़ को कटवा दिया. उस समय सम्राट किसी यात्रा पर थे. हालांकि, वृक्ष पूरी तरह नष्ट नहीं हो सका और कुछ ही वर्षों में उसकी जड़ों से फिर एक नया पेड़ उग आया. यह बोधि वृक्ष की दूसरी पीढ़ी माना जाता है, जो करीब 800 वर्षों तक जीवित रहा.

    बंगाल के राजा ने आग से नष्ट करने की कोशिश की

    इस पेड़ पर दूसरी बार फिर विपदा आई. सातवीं शताब्दी में बंगाल के राजा शशांक, जो बौद्ध धर्म का कट्टर विरोधी था, उसने इस वृक्ष को जड़ से खत्म करने की कोशिश की. उसने पेड़ को कटवाया और उसकी जड़ों में आग भी लगवा दी, लेकिन फिर भी पेड़ पूरी तरह नष्ट नहीं हुआ.

    बोधि वृक्ष का श्रीलंका से कनेक्शन

    सम्राट अशोक ने अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को बौद्ध धर्म प्रचार हेतु श्रीलंका भेजा था. उन्होंने साथ में बोधि वृक्ष की टहनी भी दी थी, जिसे अनुराधापुरा में लगाया गया. वह वृक्ष आज भी वहां जीवित है और श्रीलंका की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहरों में शामिल है. अनुराधापुरा श्रीलंका की आठ विश्व धरोहर स्थलों में से एक है.

    Follow on Google News Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on YouTube Follow on WhatsApp
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email Telegram WhatsApp Copy Link

    Keep Reading

    बिहार चुनाव 2025: BJP ने झोंकी पूरी ताकत! PM मोदी के 10 और अमित शाह के कार्यक्रमों की लिस्ट जारी

    नामांकन के बाद मची ‘बिरयानी लूट’! AIMIM उम्मीदवार की पार्टी में खाने के लिए टूट पड़े लोग

    राघोपुर में बार-बार हार रहे सतीश यादव पर फिर भरोसा क्यों? तेजस्वी के खिलाफ क्या है BJP की ‘सीक्रेट’ रणनीति?

    नगरोटा की अनोखी सियासी विरासत! बीजेपी को हराने वाले पिता की बेटी अब ‘कमल’ के निशान पर लड़ेंगी चुनाव

    BJP ने चला ‘लोकप्रियता’ का दांव : बिहार चुनाव के लिए दूसरी लिस्ट जारी, मैथिली ठाकुर को दिया टिकट

    पॉलिटिकल ड्रामा : 4 दिन से पत्नी को मना रहे चुनाव लड़ने के लिए, नहीं मानी तो RJD के लिए करेंगे धुआंधार प्रचार

    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube

    राज्य -  दिल्ली    उत्तर प्रदेश    उत्तराखण्ड    मध्य प्रदेश    छत्तीसगढ़    हिमांचल प्रदेश    पंजाब    झारखण्ड    बिहार   राजस्थान    हरियाणा

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.