नई दिल्ली : संसद हमले की 22वीं बरसी के दिन आज लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह जो हुआ उससे पूरा देश स्तब्ध है। बुधवार दिन में दो लोगों ने जहां संसद के बाहर नारेबाजी और पीला धुआं छोड़ा, वहीं दो युवक लोकसभा के अंदर दर्शक दीर्घा से सांसदों के (Breach In Security Of Parliament) बीच कूद गए। यहां पर एक युवक कूदते-फांदते हुए सांसदों के बीच पहुंचा और स्प्रे निकाला जिससे संसद में धुआं-धुआं हो गया।

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इन दोनों वाकयों में एक महिला भी शामिल रही है। इस महिला की पहचान नीलम के रूप में हुई है नीलम जींद जिले के उचाना के एक गांव की रहने वाली है। उसने छह डिग्रिया ले रखी हैं।पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद नीलम ने कहा था कि वह बेरोजगार है और देश की आम आदमी है। यह सरकार तानाशाह है। उसे रोजगार नहीं मिल रहा है। उसने आम आदमी होने के नाते यह प्रदर्शन किया है। जब उससे पूछा गया कि क्या वह किसी संगठन से जुड़ी है तो उसने कहा था कि वह किसी संगठन से नहीं जुड़ी है।

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Breach In Security Of Parliament – नीलम की मां ने इस हमले के बाद कहा है कि मेरी बेटी बेरोजगारी को लेकर परेशान थी। मैंने उससे बात की थी लेकिन उसने मुझे कभी दिल्ली के बारे में कुछ नहीं बताया। उसने मुझे बताया था कि वह बहुत ज्यादा पढ़ी-लिखी है लेकिन उसके पास कोई नौकरी नहीं है, इससे अच्छा तो वह मर जाए।संसद के बाहर से पकड़ी गई नीलम के छोटे भाई ने कहा,हमें इस बारे में जानकारी नहीं थी कि वह दिल्ली गई है हमें जानकारी थी कि वह अपनी पढ़ाई के लिए हिसार में है, वह सोमवार हमसे मिलने आई थी और कल लौटी है। वह बी.ए, एमए, बी एड, एम एड, सीटेट, एमफिल और एनईटी उत्तीर्ण किया है।

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