Bahubali Mukhtar Ansari: पंजाब के रूप नगर जेल प्रशासन ने उत्तर प्रदेश के मऊ से विधायक और बाहुबली मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने से मना कर दिया है। जेल प्रशासन ने बाहुबली विधायक के स्वास्थ्य के आधार पर इंकार किया है। सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर मुख्तार कोई 11 जनवरी सोमवार को आजमगढ़ कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया था। इसी नोटिस के तहत उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्तार को लाने के लिए रूपनगर जेल पहुंची थी। सूत्रों का कहना है कि 15 जनवरी 2021 को पीजीआई चंडीगढ़ में मुख्तार अंसारी की पीठ की M.r.i. होनी है और इस जांच के बाद ही उसकी मेडिकल फिटनेस तय होगी। इसीलिए जेल प्रशासन ने सोमवार की पेशी के लिए सौंपने से इनकार किया है।
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जेल अधीक्षक दलजीत सिंह ने बताया कि नोटिस 11 जनवरी को मुख्तार को कोर्ट में पेश करने के लिए है लेकिन चिकित्सकीय आधार पर उसे नहीं भेजा जा रहा है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद थाने में मुख्तार खिलाफ मामला दर्ज है। इसी केस में 21 अक्टूबर 2020 को बाहुबली विधायक को कोर्ट में पेश किया जाना था। लेकिन उस समय भी उत्तर प्रदेश पुलिस टीम को उसे नहीं सौंपा गया था उस समय भी उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने का हवाला दिया गया था। अगस्त 2020 में कराई गई चिकित्सकीय जांच में डॉक्टरों के बोर्ड ने मुख्तार को 3 महीने तक पूर्ण रूप से बेड रेस्ट की सलाह दी थी। इस मेडिकल रिपोर्ट में मुख्तार डिप्रेशन, रीड की हड्डी में दर्द और शुगर की शिकायत का जिक्र किया गया था। रूप नगर सिविल अस्पताल प्रशासन के मुताबिक मुख्तार की पहले फरवरी 2020 और फिर 13 अगस्त 2020 को चिकित्सक की जांच कराई गई थी।
मुख्तार को बचा रहे हैं प्रियंका और पंजाब सरकार
Bahubali Mukhtar Ansari: पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी व मोहम्मदाबाद की भाजपा विधायक अलका राय ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा व पंजाब सरकार पर मुख्तार अंसारी को बचाने का आरोप लगाया है। रविवार को जारी वीडियो में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मुख्तार को पंजाब जेल से उत्तर प्रदेश जेल जाने की मांग की थी शीर्ष कोर्ट के आदेश के बावजूद उसे नहीं भेजा गया। अलका राय ने पंजाब सरकार और प्रियंका गांधी से ऐसे अपराधियों को नहीं बचाने और उत्तर प्रदेश भेजने की मांग की है ताकि कोर्ट में चल रहे मुकदमे में न्याय हो सके।