उत्तरप्रदेश के वाराणसी जेल में बंद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुलाकात की। उनसे मिलने के बाद अखिलेश ने (Akhilesh On UP Govt) पत्रकारों से कहा कि यूपी सरकार भेदभाव कर रही है और जाति और धर्म के आधार पर काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो कार्यकर्ता रोजे में उपवास पर थे उन्हें जेल भेज दिया और उन्हें अपनी ईद जेल में मनानी पड़ी। सपा नेता ने भरोसा दिया कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हैं और उन्हें हर संभव कानूनी सहायता प्रदान की जाएगी।
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Akhilesh On UP Govt – अखिलेश ने चंदौली कांड में पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए दावा किया कि पुलिस की पिटाई से ही युवती की मौत हुई है। चंदौली में युवती के परिजनों से मिलने पहुंचे अखिलेश ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि क्या कोई कल्पना कर सकता है कि पुलिस दबिश (छापे) के बहाने दबंग बनकर दिखाएगी। अखिलेश ने सवाल उठाया कि पुलिस को किसी भी घर में घुसकर मारपीट करने का अधिकारी किसने दिया। किस कानून के तहत, उसे (पुलिस को) लोगों को पीटने का अधिकार मिला।
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सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि वह (चंदौली की युवती) पुलिस की पिटाई के कारण मर गई। उन्होंने हत्या के आरोप में भादंसं की धारा 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। अखिलेश ने कहा कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए और उन्हें जेल भेजा जाए। आपको बता दें कि बीते 1 मई को चंदौली में पुलिस की छापेमारी के दौरान एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी जिसके बाद छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया था। परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि युवती के साथ दुष्कर्म किया गया।