अखिलेश का बड़ा प्लान: मोदी और योगी के प्लान को फेल करने के लिए अखिलेश यादव ने बड़ा प्लान तैयार किया है। अखिलेश के निर्देश पर 25 दिसम्बर समाजवादी किसान घेरा कार्यक्रम का आयोजन होगा। गांव के स्तर पर किसानों के बीच पार्टी के नेता घेरा बनाकर चौपाल लगाएंगे। पार्टी के सांसद, विधायक तथा अन्य प्रमुख नेता स्वयं किसी गांव में जाकर किसान घेरा कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। अब तक चल रही किसान यात्रा का अब समापन हो गया है। किसान यात्रा कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है।
समाजवादी किसान घेरा कार्यक्रम में पार्टी नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। वे जहां किसानों से संवाद करेंगे वहीं उन्हें समाजवादी नीतियों तथा समाजवादी सरकार की उपलब्धियों की भी जानकारी दी जाएगी। समाजवादी घेरा कार्यक्रम में पार्टी नेता गांवों में किसानों की चौपाल में फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) एवं तथाकथित कृषि सुधार अधिनियम की सच्चाई से भी अवगत करायेंगे कि भाजपा सरकार किसानों को किस कदर बर्बाद करने पर तुली हुई है।
विडम्बना है कि देश का अन्नदाता ठण्ड में ठिठुरते हुए अपनी बात कहना चाहता है परन्तु प्रधानमंत्री सिर्फ अपने मन की बात कर रहे हैं। भाजपा की हठधर्मी के चलते दर्जनों किसान अपनी जानें गवा बैठे हैं। भाजपा सरकार2 किसानों को बदनाम कर रही है। किसानों तक यह बात पहुंचाने और सरकारी साजिशों का पर्दाफाश करने के लिए गांव-गांव में समाजवादी नेता अलाव जलाकर घेरा में चैपाल करेंगे। पार्टी किसान और गांव के लिए प्रतिबद्ध रही है। जब देशव्यापी किसान आंदोलन शुरू हुआ तो समाजवादी पार्टी ने उसका पूरी दृढ़ता से समर्थन किया। किसानों के भारत बंद में भी समाजवादी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया था। समाजवादी पार्टी किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं कर सकती।
अखिलेश का बड़ा प्लान: अखिलेश यादव का ये एलान भाजपा को टेंशन दे सकता है क्यों की 25 दिसंबर को बीजेपी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन (25 दिसंबर) को भाजपा बेहद खास तरीके से मनाने की तैयारी कर रही है, भाजपा किसानों के मन में कृषि कानूनों को लेकर फैले ‘भ्रम’ को भी दूर करने का काम करेगी। इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी दिन उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे
एक रणनीति के तहत भाजपा पूरे देश में कार्यक्रम चलाकर किसानों के मन में कृषि कानूनों को लेकर फैलाए जा रहे ‘भ्रम’ को दूर करने का प्रयास कर रही है। इसके लिए भाजपा प्रधानमंत्री की लोकप्रियता का भी इस्तेमाल कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात और मध्यप्रदेश के किसानों को संबोधित कर चुके हैं। इसके बाद दिल्ली और उत्तर प्रदेश के किसानों को संबोधित करेंगे। अन्य राज्यों में भी इस तरह के कार्यक्रम किए जाने की संभावना है और बीजेपी के इन सब प्लान को जवाब देने अखिलेश किसानों के बीच जाएंगे जहां उनसे चर्चा होगी।