वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक और भजन गायक इंद्रेश उपाध्याय आज, 5 दिसंबर 2025 को विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं. चर्चित भजन राधा गोरी और युवा भक्तों के बीच अपनी लोकप्रियता के लिए पहचाने जाने वाले इंद्रेश, अपनी मंगेतर शिप्रा के साथ सात फेरे लेकर गृहस्थ जीवन की शुरुआत करेंगे. विवाह समारोह (Indresh Upadhyay and Shipra get married today) राजस्थान की राजधानी जयपुर में भव्य स्तर पर आयोजित किया जा रहा है, जहां पारंपरिक रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक रंग-रूप का शानदार संगम देखने को मिल रहा है.
इंद्रेश उपाध्याय की जीवन संगिनी बनने जा रही शिप्रा शर्मा एक प्रतिष्ठित पृष्ठभूमि से आती हैं. शिप्रा मूल रूप से हरियाणा के यमुनानगर की रहने वाली हैं. उनका परिवार वर्तमान में पंजाब के अमृतसर में निवास करता है. शिप्रा के पिता पंडित हरेंद्र शर्मा उत्तर प्रदेश पुलिस में डीएसपी (DSP) पद से सेवानिवृत्त (रिटायर) हैं. बताया जाता है कि दोनों परिवारों के बीच पुरानी और गहरी जान-पहचान है, जिसके बाद दोनों ने आपसी सहमति और आशीर्वाद से इस रिश्ते को वैवाहिक रूप दिया है.
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इंद्रेश उपाध्याय की बारात बुधवार (3 दिसंबर) को उनके पैतृक निवास वृंदावन के रमणरेती स्थित आश्रम से धूमधाम से जयपुर के लिए रवाना हुई थी. जयपुर रवाना होने से पहले वृंदावन में हल्दी, संगीत और पारंपरिक ‘घुड़चढ़ी’ की रस्में धूमधाम से निभाई गईं. जयपुर पहुंचने के बाद विवाह की अन्य रस्में हुईं, जिनमें कथावाचक जया किशोरी भी शामिल हुईं.
Indresh Upadhyay and Shipra get married today – हल्दी-मेहंदी कार्यक्रम को विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जोड़ते हुए ‘किलोल कुंज’ नाम दिया गया है, जहां भक्ति की धारा बहती दिखाई दी. घुड़चढ़ी के दौरान दूल्हा बने इंद्रेश उपाध्याय ऑफ-व्हाइट शेरवानी, पारंपरिक पगड़ी और चांदी की छड़ी धारण किए हुए थे. वहीं बारातियों ने हाथों में बांके बिहारी का निशान थाम रखा था.


