उत्तराखंड के देहरादून से बादल फटने की घटना सामने आई है, जहां सहस्त्रधारा कारलीगाढ़ में बादल फटने से भारी तबाही हुई. बादल फटने से नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. सहस्त्रधारा के नजदीकी इलाकों में भी आपदा का असर देखने को मिला. इसकी वजह से सलोना मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. सहस्त्रधारा में आधी (cloudburst in Dehradun) रात को बादल फटा, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई. सहस्त्रधारा के साथ डोईवाला में भी भारी बारिश के चलते लाल तप्पड़ में देहरादून-हरिद्वार हाईवे का पुल जाखन नदी की बाढ़ में डूब गया.
बादल फटने के बाद खतरे से बचने के लिए लोग रात को सड़कों पर आ गए. स्थानीय लोगों ने बताया कि बादल फटने के बाद आए पानी के सैलाब में होटल भी आ गए. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर जिला प्रशासन, डीएम ने पहुंचकर मोर्चा संभाला. मौके पर राहत बचाव कार्य भी शुरू कर दिया है. SDRF, NDRF की टीम जेसीबी की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं. प्रभावित स्थानों पर फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
cloudburst in Dehradun – इसके साथ ही भारी बारिश के चलते नदियां भी रौद्र रूप में नजर आ रही हैं. हर तरफ तबाही सिर्फ तबाही का मंजर है. देहरादून से हिमाचल जाने वाले नेशनल हाइवे 72 पर नंदा की चौकी के पास मुख्य पुल टूट गया है, जिसकी वजह से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है. वहीं टपकेस्वर महादेव मंदिर से निकल कर आने वाली तमसा नदी ने भी विकराल रूप ले लिया है, जिसकी चपेट में आने से 4 से 5 लोगों के बहने की जानकारी सामने आई है, जिनकी तलाश की जा रही है. वहीं चंद्रभागा नदी भी उफान पर है, जिसका पानी हाईवे तक आ गया है. चंद्रभागा नदी में तीन लोग फंसे हैं, जहां SDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है.