जारी सत्ता संग्राम में योगी सरकार के मंत्रियों के कामकाज का भी इम्तहान हो रहा है। मंत्री होने के नाते इनके पास सामान्य विधायक से ज्यादा बताने के लिए होता है। वह अपने विभाग की उपलब्धियां भी बता रहे हैं तो इसके उलट विरोधी इसको लेकर घेर भी रहे हैं।
योगी मंत्रिमंडल के 42 मंत्री इस परीक्षा में उतरे हैं। इनमें 9 मंत्रियों की सीटों पर पहले चरण के वोट पड़ गए हैं। अब बाकी 33 मंत्री जी-जान से लगे हुए हैं। खास बात यह कि ऐन वक्त पर सरकार से इस्तीफा देकर विपक्षी खेमे में जाने वाले तीन पूर्व मंत्रियों की जीत हार से भी कई बातें साफ होंगी।
चुनाव मैदान में अपनी पार्टी भाजपा का नेतृत्व करते हुए खुद मुख्यमंत्री व विधान परिषद सदस्य योगी आदित्यनाथ पहली बार गोरखपुर शहर सीट से मैदान में हैं तो दूसरे एमएलसी व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी सिराथू सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
11 कैबिनेट मंत्री फिर मैदान में
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना महाराजपुर से, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन लखनऊ पूर्व से, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री मनकापुर सु. से, अनिल राजभर शिवपुर से, कृषिमंत्री सूर्य प्रताप शाही पथरदेवा से, एमएसएमई विभाग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहाबाद पश्चिम से, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी इलाहाबाद दक्षिण से, राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह पट्टी से व स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह बंसी से व आबकारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री भोगांव से फिर चुनाव मैदान में हैं।
4 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
बेसिक शिक्षा विभाग के स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी इटवा से लड़ रहे हैं। रवींद्र जयसवाल वाराणसी उत्तर से सूचना व पर्यटन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नीलकंठ तिवारी वाराणसी दक्षिण से मैदान में हैं। खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी फेफना से ही चुनाव लड़ रहे हैं।
13 राज्य मंत्री
संगीता बलवंद बिंद गाजीपुर से, पल्टू राम बलरामपुर सु. से, सुरेश पासी जगदीशपुर सुरक्षित से, जय प्रकाश निषाद रुद्रपुर से, गिरीश चंद्र यादव जौनपुर, अजीत पाल सिंकदरा से, नीलिमा कटियार कल्याणपुर से, मनोहर लाल मन्नु कोरी महरोनी सु व रणवेंद्र प्रताप सिंह धुन्नी हुसैनगंज, बलदेव सिंह औलख रामपुर व गुलाब देवी चंदौसी से चुनाव लड़ रही हैं। छत्रपाल गंगवार बहेड़ी से, नगर विकास राज्यमंत्री महेश गुप्ता बदायूं से मैदान में हैं।
इन 3 मंत्रियों की सीट बदली
कई मंत्रियों को भाजपा ने खास रणनीति के तहत उनकी पुरानी सीट बदल कर पड़ोस की सीट से लड़ाना बेहतर समझा। न्याय मंत्री बृजेश पाठक पिछली बार लखनऊ मध्य से जीते थे। इस बार वह लखनऊ कैंट से मैदान में हैं। राज्यमंत्री श्रीराम चौहान धनघटा की जगह खजनी से प्रत्याशी बनाए गए हैं। राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला सीट इस बार बलिया सदर की बजाए बैरिया सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
7 मंत्री चुनाव मैदान से बाहर
विधान परिषद सदस्यों में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह, भूपेंद्र चौधरी, जितिन प्रसाद, स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री अशोक कटारिया,राज्यमंत्री मोहसिन रजा व धर्म सिंह प्रजापति चुनाव मैदान से बाहर हैं।
3 मंत्रियों को नहीं मिला टिकट
महिला एवं बाल कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाति सिंह को इस बार टिकट नहीं मिला। वह पिछली बार सरोजनीनगर से जीत कर मंत्री बनीं थीं। राज्यमंत्री उदयभान सिंह को भी टिकट नहीं मिला। सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा का टिकट कट गया। उनकी जगह उनके बेटे को टिकट मिला है।
9 मंत्रियों के नतीजे ईवीएम में कैद
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की मथुरा , गन्ना मंत्री सुरेश राणा की सीट थाना भवन व पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी की सीट छाता पर पहले चरण में वोट पड़ गए। राज्यमंत्री अतुल गर्ग गाजियाबाद से, स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल मुजफ्फरनगर से ,राज्यमंत्री संदीप सिंह अतरौली से, दिनेश खटिक हस्तिनापुर सु. से ,जीएस धर्मेश आगरा से, अनिल शर्मा शिकार पुर से मैदान में हैं। पहले चरण के चुनाव में इनकी किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है।
तीन मंत्री मंत्री अब सपा से लड़ रहे चुनाव
चुनाव की घोषणा होने के बाद योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले तीन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान व धर्मसिंह सैनी इस बार सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार पुरानी सीट के बजाए फाजिल नगर से लड़ रहे हैं।