स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ हाकम सिंह रावत को धामपुर भी ले गई। वहां उससे कई घंटे पूछताछ की गई। अब उसके धामपुर निवासी साथी केंद्रपाल पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि उससे भी पूछताछ की गई। हालांकि, एसटीएफ ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
एसटीएफ ने हाकम सिंह रावत की तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) हासिल की थी। पहले उससे एसटीएफ कार्यालय में पूछताछ की गई। बुधवार को सांकरी स्थित उसके गेस्ट हाउस ले जाया गया। यहां कई दस्तावेज और साक्ष्यों को इकट्ठा किया गया। बृहस्पतिवार को एसटीएफ उसे धामपुर, बिजनौर ले गई थी। यहां उसके कई साथी भी रहते हैं। उसने नकल का सेंटर भी धामपुर में एक मकान को बनाया था। एसटीएफ उसे पूछताछ के लिए इस मकान में भी लेकर गई थी।
एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि हाकम सिंह ने तीन दिन की पूछताछ में कई राज उगले हैं। जल्द ही कुछ और लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। उसका एक साथी केंद्रपाल पहले ही बिजनौर कोर्ट में सरेंडर कर चुका है। सूत्रों के मुताबिक, एसटीएफ ने केंद्रपाल से भी बिजनौर में पूछताछ की है। वह इस मामले में अहम कड़ी माना जा रहा है। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि वह पेपर लीक का पूरा मास्टरमाइंड है। हाकम जैसे लोग अभ्यर्थियों को इकट्ठा करते थे। हाकम जैसे कई लोग हैं, मगर केंद्रपाल इस पूरे मामले के केंद्र में हो सकता है।
उत्तरकाशी के दो और लोग भी हैं शामिल
उत्तरकाशी जिले में सबसे अधिक नकल करने के मामले सामने आए हैं। अकेले मोरी क्षेत्र में ही 80 अभ्यर्थी पास हुए हैं। इनमें से ज्यादातर ने हाकम सिंह और अन्य लोगों के माध्यम से हल किया गया पेपर हासिल किया था। उन्हें यह पेपर विभिन्न सेंटरों पर हल कराया गया। इस काम में हाकम ही नहीं बल्कि उसके समानांतर सत्ता चलाने वाले दो और लोग शामिल हैं। एसटीएफ जल्द ही इन्हें भी हिरासत में ले सकता है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ और संदिग्धों से एसटीएफ ने पूछताछ की है।