उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में शारदा विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली. मृतक छात्रा की पहचान ज्योति के रूप में हुई है. ज्योति ने विश्वविद्यालय के मंडेला गर्ल्स हॉस्टल में 12वें फ्लोर पर कमरे में फंसी लगा ली. छात्रा की आत्महत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. छात्रा के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है. विश्वविद्यालय (professors who were accused) के दो प्रोफेसरों पर छात्रा के मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगा है.

professors who were accused – इतना ही नहीं छात्रा ने इन दो प्रोफेसरों का जिक्र अपने सुसाइड नोट में भी किया है. छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में इन दोनों प्रोफेसरों को ही अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है. इनके नाम हैं डॉक्टर महेंद्र सिंह चौहान और डॉ. शैरी वशिष्ट. अब ज्योति के आत्महत्या के बाद इन दोनों प्रोफेसरों को सस्पेंड कर दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

एसोसिएट प्रोफेसरों पर आरोप

डॉक्टर महेंद्र सिंह चौहान डेंटल साइंस डिपार्टमेंट में एसोसिएट प्रोफेसर थे, जबकि डॉ. शैरी वशिष्ट उसी डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर थीं. दूसरे छात्रों ने भी इन दोनों प्रोफेसरों पर आरोप लगाया कि दोनों ने ज्योति का मानसिक उत्पीड़न किया. वहीं इस घटना के बाद से विश्वविद्यालय में हंगामा बरपा है. घटना के बाद परिजनों और छात्रों ने जमकर बवाल किया. छात्रों ने प्रदर्शन कर ज्योति के लिए न्याय की मांग की.

कमरे में अकेली थी छात्रा तब उठाया कदम

इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई. छात्रा ने शुक्रवार देर शाम ये खौफनाक कदम उठाया. शुक्रवार शाम ज्योति कमरे में अकेली थी. उसकी साथी छात्राएं बाहर गई थीं. शाम करीब सात बजे एक छात्रा आई तो उसे कमरा अंदर से बंद मिला. छात्रा ने पुलिस को बताया कि उसके दो बार धक्का लगाने के बाद दरवाजा खुला.

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