UP ODOP: प्रदेश के उद्योग की रीढ़ सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) मैं तो इस विभाग की ताकत योगी सरकार द्वारा शुरू की गई एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना बन चुकी है। अब यूपी के एक-एक जिले के उद्यम कौशल का डंका दुनिया में बजाने के लिए खास प्रयास शुरू हुए हैं।
इसे भी पढ़े:ICC best cricketer ranking- ICC अब हर महीने बेस्ट क्रिकेटर चुनेगी, भारत से पंत अश्विन दावेदार
देशभर के औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन देने के लिए इनवेस्ट इंडिया का गठन केंद्र सरकार ने कर रखा है। जिसका फोकस विशेष तौर पर मेक इन इंडिया पर है। इधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2018 में एक जिला एक उत्पाद योजना शुरू की। इसके जरिए प्रत्येक जिले से उत्पाद चिह्नित कर कारीगरों-शिल्पकारों के कौशल विकास, आर्थिक सहयोग, बेहतर संसाधन मुहैया कराने जैसे बिंदुओं सरकार भीपर काम किया जा रहा है। ‘इन्वेस्ट यूपी का गठन लगभग एक वर्ष पहले किया।
इन्वेस्ट पर एक यूपी दिल्ली, राष्ट्रीय स्तर कार्यरत इन्वेस्ट इंडिया का ही अंग है। इसने सबसे अधिक संभावनाओं को देखते हुए एक जिला एक उत्पाद योजना के जरिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) लाने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है। इसी के तहत प्रदेश के स्थापना दिवस पर 24 जनवरी को एक रिपोर्ट जारी की गई। इसमें बताया गया है ओडीओपी योजना की वजह से प्रदेश के एमएसएमई के निर्यात में तीन वर्ष में के बाद एक बड़ी मुहिम इन्वेस्ट इंडिया ने शुरू की है।
UP ODOP: वाराणसी पर शुरू तैयार पहली रिपोर्ट में बताया गया है कि विश्व प्रसिद्ध बनारसी रेशमी साड़ी को इस योजना से इतना लाभ हुआ है कि तीन वर्ष में निर्यात 180 करोड़ से बढ़कर 260 करोड़ रुपये पहुंच गया। इन्वेस्ट इंडिया में प्रदेश के उद्योगों की रिपोर्ट बना रही स्ट्रेटजिक इन्वेस्टमेंट रिसर्च यूनिट की मिशिका नैय्यर ने बताया कि वाराणसी की यह रिपोर्ट दुनिया भर में स्थित भारतीय दूतावासों के जरिए निवेशकों के पास भेजी जा रही है। पारंपरिक उद्योगों को बढ़ाने के इस माडल रुचि को अन्य राज्य भी अपनाने में दिखा रहे हैं। रिपोर्ट की लांचिंग पर बन रही है ।
इसे भी पढ़े: ODOP has helped in generating more employment in UP: Yogi Adityanath