जालंधर: पाकिस्तान के साथ युद्ध जैसे हालात बनने और सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच जालंधर शहर में आम जनता में बेचैनी साफ तौर पर देखी जा रही है। हालात की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने (growing restlessness among people) घरों में राशन और जरूरी सामान भरना शुरू कर दिया है। इसी कारण से आज शहर की विभिन्न राशन की दुकानों, दूध-घी विक्रेताओं, ए.टी.एम. और पैट्रोल पंपों पर भारी भीड़ देखने को मिली।
भारत द्वारा की गई एयरस्ट्राइक के बाद सुबह से ही लोगों ने बाजारों की ओर रुख करना शुरू कर दिया और राशन, दवाइयों, दूध, घी, दालें, आटा, चावल, तेल जैसी रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी में लग गए। लोगों की यह मानसिकता एक तरह का ‘पैनिक बायिंग’ (घबराहट में खरीददारी) है, जो किसी भी आपातकालीन स्थिति की आशंका में उभर कर सामने आती है। आज दोपहर से शाम तक पेट्रोल पंपों पर गाड़ियों की लंबी कतारें देखने को मिलीं, जहां वाहन चालक अपनी टंकियों को फुल करवाने में लगे रहे। कई पंपों पर अस्थायी तौर पर पेट्रोल-डीजल की सप्लाई धीमी कर दी गई ताकि स्थिति नियंत्रण में रखी जा सके। ए.टी.एम. मशीनों पर भी लोगों की भीड़ बढ़ गई है, जिससे कई जगहों पर नकदी खत्म होने की स्थिति बन गई।
growing restlessness among people – इस स्थिति को देखते हुए आधिकारियों द्वारा अपील जारी कर लोगों से संयम बरतने और अफरा-तफरी से बचने की बात कही गई है। अधिकारियों ने कहा कि सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सामान्य रूप से जारी है और फिलहाल किसी भी प्रकार की कमी की कोई आशंका नहीं है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि घबराकर जरूरत से ज्यादा सामान इक्ट्ठा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। आपूर्ति पूरी तरह चल रही हैं और स्थिति पर पूरी निगरानी रखी जा रही है।