भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व पुलिस महानिदेशक एसपी वैद खास उत्साहित नजर नहीं आ रहे हैं. उनका कहना है कि भारतीय फौज को कम से कम 2-3 दिन और (former DGP on ceasefire) मिलना चाहिए था ताकि पाकिस्तान को गहरी चोट पहुंचाई जा सके. कश्मीर मसले पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता करने की बात पर पूर्व डीजीपी ने कहा कि यह 2 देशों का मामला है और इसे हम सुलझा लेंगे.

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former DGP on ceasefire – अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान में सीजफायर होने के बाद पूर्व पुलिस महानिदेशक एसपी वैद ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “बतौर भारतीय होने के नाते, मैं चाहता था और मुझे विश्वास है कि हर भारतीय भी यही चाहते होंगे कि पाकिस्तान को चोट पहुंचाने के लिए भारतीय सशस्त्र बल को 2-3 दिन और मिलने चाहिए थे.”

देश ईगो के आधार पर नहीं चलता हैः पूर्व DGP वैद

उन्होंने आगे कहा कि परसों रात तक जिस तरह से हमारी फौज ने पाकिस्तान को गहरी चोट पहुंचाई. वो घुटनों पर आए. इसी तरह से हमें 2-3 दिन और मिलने चाहिए थे. उन्होंने यह भी कहा कि सीजफायर ठीक है. बहुत सारे फैक्ट्स ऐसे हैं जो हमारी लीडरशिप जानती है, मुझे या आपको नहीं पता होता है. पूर्व पुलिस महानिदेशक ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में बहुत सारे मसले होते हैं जिनका ध्यान देना पड़ता है, और यह देशहित में होता है. सरकार को देश के व्यापक हित को देखना पड़ता है, देश के लिए आगे बढ़कर देखना पड़ता है और देश ईगो के आधार पर काम नहीं करता है.”

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