स्वतंत्रता दिवस के ठीक एक दिन बाद यानी 16 अगस्त को देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है. इसको लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भारतीय राजनीति और राजनेताओं को बताया कि वे भगवान श्री कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं से क्या सीख ले सकते हैं. शशि थरूर के साथ ही दिग्विजय सिंह ने थरूर को बधाई दी और (what to learn from lord Krishna) उनके की तरफ से भगवद् गीता और महाभारत में श्रीकृष्ण की शिक्षाओं पर दिए गए विचारों की सराहना की, लेकिन साथ ही एक तंज भी कसा है.

शशि थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट में जन्माष्टमी की बधाई दी. इसके साथ ही उन्होंने महाभारत, भगवद् गीता और भागवत पुराण में वर्णित श्रीकृष्ण की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए कुछ प्रमुख बिंदुओं पर जोर दिया. उन्होंने भगवान कृष्ण की खूबियों का जिक्र करते हुए भारतीय नेताओं को उनसे सीख लेने की सलाह दी है.

इसे भी पढ़ें – लेफ्टिनेंट कर्नल शरद देव सिंह जामवाल का मना 100वां जन्मदिन, 47 से लेकर 71 तक हर युद्ध में लिया भाग

शशि थरूर ने लिखा कि शिक्षा भगवान कृष्ण के जीवन धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष का प्रतीक है. भगवान ने ऐसे कई काम किए जो आपको अस्पष्ट लग सकते हैं. इसके बाद भी उनका आखिरी लक्ष्य धर्म की पुनर्स्थापना और दुष्टों को दंड देना होता है.उन्होंने भारतीय नेताओं से अपील की कि वे अपने निजी हितों के बजाय देश की जनता के हितों के बारे में काम करें. ऐसे मजबूत निर्णय लिए जाने चाहिए जो समाज के हित में हो.

what to learn from lord Krishna – शशि थरूर ने लिखा कि भगवान कृष्ण एक कुशल रणनीतिकार और कूटनीतिज्ञ थे. उन्होंने शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए से महाभारत के युद्ध को रोकने की कोशिश की थी. हालांकि उनकी ये कूटनीति विफल हो गई. इसके बाद उन्होंने शानदार सैन्य रणनीति के साथ पांडवों का मार्गदर्शन किया था. उन्होंने हर किसी को उनकी कमी के हिसाब से ही सीख दी थी. इसके कारण वे युद्ध जीतने में सफल रहे.

Share.
Exit mobile version